नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को नेशनल लेवल की मैगजीन ‘इंडिया टुडे’ ने अपने कवर पेज पर जगह दी है। तेजस्वी की तस्वीर क्रिकेटर स्मृति मंधाना, उद्यमी करण अडानी, फिल्म अभिनेत्री तापसी पन्नू और रॉकेट निर्माता पवन चंदाना के साथ छपी है। इसमें तेजस्वी यादव को ‘ए टू जेड’ का राजनेता बताया गया है। इंडिया टुडे ने अपने 35वीं वर्षगांठ विशेषांक में भारत के 100 नये चहेरे का स्थान दिया है।
मैगजीन में बताया गया है कि तेजस्वी यादव के पिता लालू प्रसाद उस समय जेल में थे, जब वे 2020 में विधान सभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी की बागडोर संभाले हुए थे और ताबड़तोड़ चुनावी सभाएं कर रहे थे। इस चुनाव में तेजस्वी ने अपनी पार्टी राजद को बिहार में सबसे ज्यादा सीटें दिलाईं। राजद को MY की पार्टी से हर किसी का प्रतिनिधित्व करनी वाली पार्टी के रुप में स्थापित किया। मैगजीन ने तेज प्रताप यादव का भी जिक्र किया है।
मैगजीन के कवर पर तेजस्वी की फोटो छपने से राजद कार्यकर्ता खुश हैं। पार्टी ने सोशल मीडिया पर भी कवर पेज को पोस्ट किया है। लेकिन जदयू ने इस पर पलटवार किया है। JDU प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि विभिन्न विधाओं से वैसे 100 युवाओं की सूची बनाई गई है, जो 35 वर्ष से कम उम्र के हैं। उसमें तेजस्वी का नाम क्रिकेट से आता तो बात समझ में आती कि तेजस्वी में प्रतिभा है। शिक्षा में भी आता तो जनता समझ पाती कि तेजस्वी मेधावी हैं। लेकिन एक खास राजनीतिक दल में जन्म लेने के बाद अनुभव और वरीयता को दरकिनार कर तेजस्वी को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया। यह योग्यता नहीं अनुकंपा है।
नीरज कुमार ने कहा है कि यह कोई बड़ी बात नहीं है, क्योंकि बिहार के ही कन्हैया कुमार और श्रेयसी का नाम भी इसमें शामिल है। उनका जिक्र क्यों नहीं किया जा रहा है।