बिहार से नेपाल या नेपाल से बिहार आने जाने वाले पर्यटकों और जरूरतमंदों के लिए नया साल सौगात के रूप में आया है। बिहार के मधुबनी के जयनगर से नेपाल के जनकपुर तक जल्द ही ट्रेन का परिचालन शुरू होने वाला है। लोगों के लिए यह सेवा जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है। हाल ही में इसके लिए गृह मंत्रालय और भारतीय रेलवे के अधिकारियों ने जयनगर का दौरा किया और सभी तैयारियों का जायजा लिया। जयनगर से जनकपुर कुर्था के बीच ट्रेन चलाने की तैयारियां लगभग पूरी होती दिख रही है।
जिसे देख कर अंदाजा लगाया जा रहा है कि मिथिलांचल वासियों को नए साल में सौगात के रूप में इंडो-नेपाल रेल सेवा मिलेगा। बिहार के साथ साथ देश के अन्य हिस्सों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु जनकपुर जाते हैं। रेल सेवा शरू होने से दोनों जगहों पर पर्यटन को भी बढ़ावा मिलने की संभावना है। इसके अलावा बड़ी तादाद में दैनिक यात्री भी नेपाल आते-जाते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार, 4 जनवरी को गृह मंत्रालय समेत समस्तीपुर रेल मंडल के तमाम आला अधिकारियों ने जयनगर स्थित भारत और नेपाल के रेलवे स्टेशनों का दौरा किया और वहां की तैयारियों का जायजा लिया। साथ ही स्थानीय अधिकारियों के साथ बैठक कर यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं से जुड़े इंतजामों की जानकारी ली। इसी के साथ सभी अधिकारीयों ने एक स्पेशल ट्रैन में बैठकर जयनगर-जनकपुर कुर्था नेपाल रेल रूट का भी विंडो निरीक्षण किया।
गृह मंत्रालय के ईडी त्रिभुवन मिश्रा ने बताया कि भारत और नेपाल दोनों ही रेलवे स्टेशन पर लगभग सभी काम लगभग पुरे हो चुके हैं। इस रूट पर रेल सेवा कब शुरू होगी, इसको लेकर दोनों देशों के बीच हाईलेवल मीटिंग के बाद ही बताया जा सकेगा। दोनों जगहों के स्थानीय लोगों को सालों से जयनगर-जनकपुर के बीच ट्रेन सेवा शुरू होने की उम्मीद लगाए बैठे थे। जो अब जा कर पूरा होने वाला है। इस ट्रेन की सेवा शुरू होने से मिथलांचल सहित बिहार की अर्थ वयवस्था को मजबूती मिलेगी और साथ ही कला, संस्कृति का आदान प्रदान होगा।