भारत की स्वर कोकिला के नाम से प्रसिद्ध भारत रत्न लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) जी हमारे बीच नहीं रहीं। लेकिन उनकी आवाज हमारे दिलों में उनके गीतों के माध्यम से एक अराधना के रूप में हमेशा समाहीत रहेगी। उनके द्वारा गाए गए गीत हमेशा हमारे दिलो दिमाग को सुकून पहुंचाते रहेंगे।
लता दी का बिहार और बिहार की भाषा व बोली से बेहद खास नाता रहा है। हिंदी के साथ ही उन्होंने मैथिली और भोजपुरी में भी गीत गाए। वह जब गाती थीं तो पूरी बिहारी बन जाती थीं और यहां की संवेदना को अपने स्वर से व्यक्त करती थीं। इन दिनों बिहार के लोग उनके द्वारा गाया मैथिली गीत सुनू सुनू रसिया… के माध्यम से श्रद्धांजली दे रहे हैं।
इस कारण यह गाना एक बार फिर वायरल हो रहा है। 1964 में रीलीज हुई फिल्म विद्यापति के इस मशहूर गीत में लता मंगेशकर का साथ तत्कालीन प्रसिद्ध गायक मलय मुखर्जी ने भी स्वर दिया था। लता मंगेशकर ने विद्यापति के गीत को जीवंत कर दिया जो आज भी लोगों के दिलों में उतर जाता है और आनंदित करता है।