‘यूपी में का बा…’ गानों की सीरीज को लेकर सुर्खियों रही लोक गायिका नेहा सिंह राठौर अब रोजगार गीत लेकर आई हैं। आज की सुबह नेहा सिंह राठौर ने तीन मिनट छह सेकेंड का एक नया गाना सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। उन्होंने इस गाने का शीर्षक दिया है- नौकरी न मिलल सरकरिया हम का करीं… (रोजगार गीत)
अपने इस गाने से नेहा सिंह राठौर ने प्रयागराज (इलाहाबाद) और पटना में रह कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों में जुटे बेरोजगारों की ओर से सरकारों से पूछा है कि आखिर हम कब तक तैयारी करें…? सरकारी नौकरी मिल नहीं रही तो हम क्या करें…?
गानें के बोल
कहिये ले करी तैयरिया हम का करी, नौकरी न मिलल सरकरिया हम का करीं…। घर वाले माई-बाबू देवेले प्रेशर… का हो बबुआ कहिया ले बनबा ऑफिसर… ए बाबू कहिया ले बनबा ऑफिसर… का कही। गउआं-जवरियां हम का करीं… नौकरी न मिलल सरकरिया हम का करी… कहिये ले करी तैयरिया हम का करीं…। गेहुंआ बेचाइल महीना के खर्चा आइल… दुसरा महीनवा में रहिला भुनाइल… अरे मकानमालिक खेदेला बहरिया हम का करीं… नौकरी न मिलल सरकरिया हम का करीं… कहिये ले करी तैयरिया हम का करीं…।
एक काम मान कर दुविधा से जइतीं… अंधरी नगरिया में कबहू न अइतीं… खाके मर जइतीं जहरिया हम का करीं… नौकरी न मिलल सरकरिया हम का करी… कहिये ले करी तैयरिया हम का करीं…। सिस्टम पे नाहीं हमरा के विश्वास बा… लइकन के जिनगी बनइले उपहास बा… मुंहवा से निकलेला गरिया हम का करीं… नौकरी न मिलल सरकरिया हम का करी… कहिये ले करी तैयरिया हम का करीं…। काटेला इलाहाबाद शहरिया हम का करीं… काटेला पटना शहरिया हम का करीं…।