जहां एक तरफ 5 लाख से अधिक रंगीन दीपों से भागलपुर के लाजपथ पार्क में मर्यादा पुरषोत्तम श्री राम का तस्वीर बनाया गया जो अब गिनीज बुक में अपना रिकॉर्ड दर्ज करवा चूका है। और अब इसी भागलपुर से एक कलयुगी बेटे के खौफनाक कारनामों की तस्वीर सामने आ रही है। जहां कलयुगी बेटे ने बेहेन को जमीन लिखने के लिए अपनी माँ की निर्मम हत्या कर दी है।
यह वारदात भागलपुर जिले के नवगछिया बाजार के प्रोफेसर कालोनी की है। जहां बेटी को जमीन लिखने पर आक्रोशित पुत्र ने शुक्रवार, 8 अप्रैल की शाम मां हीरा देवी जो 75 वर्षीय एक वृद्ध थी उनकी निर्मम रूप से हत्या कर दी। पहले तो बेटे ने घर में अकेली मां को साड़ी से हाथ पैर बांधा और फिर ब्लेड से हाथ पैर काटने के बाद जगह-जगह काटकर खून निकाल दिया। जब इससे म=भी बात नहीं बानी तो उसने बूढ़ी मां के बायें पैर को जला दिया, हाथ, छाती को ब्लेड से काट कर गड्ढा बना दिया। जिससे शरीर का सारा खून निकलता रहा।
इसके बाद बेटे ने खून पर स्याही डालकर अपने गुन्हा को छिपाने का काम किया। चेहरे को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया था। जैसे कि ईंट से मुंह को कूच-कूचकर हत्या कर दी गयी हो। हत्या के बाद आरोपी रघुवीर पोद्दार ने घर के आगे शिवम पान वाले को कहा कि, ‘मेहमान को कह दो की मां मर गयी है।’ इसके बाद आसपास के लोग घर पहुंचे। पार्षद मुन्ना भगत ने नवगछिया पुलिस को घटना की जानकारी दी। सूचना पर नवगछिया थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर भारत भूषण, दारोगा चन्दन कुमार, जूही कुमारी घटनास्थल पर पहुंचे और आरोपी बेटे रघुवीर को हिरासत में लिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि, गिरफ्तार रघुवीर पोद्दार मानसिक रूप से वर्षों से बीमार चल रहा है।
इस बारे में थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर भारत भूषण ने बताया कि, ‘घरेलू विवाद में बेटे ने मां की हत्या कर दी है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह मानसिक रूप से बीमार बताया जा रहा है।’ मृतक महिला के पुत्र डॉ राकेश ने बताया कि ‘चार बजे रघुवीर ने हल्ला किया कि मां मर गयी। मैं बाजार में मेडिकल क्लीनिक चलाता हूं। मेरा दामाद धनिकचन्द भगत जब घर गया तो मां को खून से लथपथ देखकर मुझे घटना की जानकारी दी। मृतक महिला की बहु रंजू देवी ने बताया कि ‘मेरी ननद पुनिता देवी अपने पति धनन्जय पोद्दार के साथ एक माह से यही मां के पास रह रही थी। उसने परसो मां से घर की जमीन में से एक कट्ठा जमीन अपने नाम लिखवा लिया और आज सुबह वह अपने घर चली गयी।’ जिसके बाद से ही रघुवीर गुस्से में था। वह अक्सर कहता था कि सारा जमीन मेरे पिताजी का है। किसी को लेने नही दूंगा। जमीन लिखने के कारण गुस्से में उसने मां की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
रघुवीर के घरवालों ने बताया कि वह अक्सर घर और घर के बहार हो हल्ला, मारपीट और तोड़ फोड़ किया करता था। उसने अपने घरवालों को भी कई बार चोट पहुंचाए हैं।