इन दिनों बिहार में आसमान आग उगल रहा है। तामपान चढ़ने के साथ ही बढ़ रही गर्मी से आम लोग परेशान हैं। परेशानी का आलम यह है कि अत्यधिक गर्मी की वजह से सदर अस्पताल के आउटडोर में रोगियों की संख्या में अचानक इजाफा हो गया है। लोगों को सर में दर्द, बुखार और डिहाइड्रेशन की सामान्य बताया जा रहा है।
अस्पताल के आउटडोर में मेडिकल वार्ड और बच्चा वार्ड में रोगियों की अत्यधिक भीड़ है। विशेषज्ञों के अनुसार इस गर्मी में लोग बुखार और डिहाइड्रेशन की परेशानी से ग्रसित हो जाते हैं। अत्यधिक गर्मी की चपेट में ज्यादातर लोगों को बुखार की परेशानियां जाती है। बच्चों में डिहाइड्रेशन की शिकायत रहती है।
ऐसे करें बचाव
चिकित्सक बताते हैं कि घरों से निकलने के दरम्यान छाते का जरूर जरूर प्रयोग करना चाहिए ताकि गर्मी से बचा जा सके। ठंडा पानी का सेवन करना चाहिए। अत्याधिक गर्मी और बुखार हो जाने की स्थिति में ठंडे पानी से बदन को पोंछकर ठंडा करना चाहिए। विशेष परेशानी की स्थिति में चिकित्सकों से मिलना चाहिए ताकि बच्चों का समुचित उपचार हो सके। डी-हाइड्रेशन होने की स्थिति में ओआरएस का घोल और जिंक का सिरप के साथ-साथ जरूरत के हिसाब से दवा का सेवन चिकित्सकीय सलाह के अनुसार जरूरी है। चिकित्सक बताते हैं कि इन्फेक्शन से बचने के लिए साफ और ताजा भोजन करें।