राज्यसभा सांसद किंग महेंद्र के निधन के बाद खाली हुई सीट पर उपचुनाव के लिए जदयू ने अनिल हेगड़े को इस सीट पर अपना उम्मीदवार घोषित किया है। अनिल हेगड़े पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस के सहयोगी भी रहे हैं। वर्तमान समय में पार्टी में अभी वे राष्ट्रीय निर्वाची पदाधिकारी हैं।
अनिल हेगड़े मूलतः कर्नाटक के रहने वाले हैं और समता पार्टी के समय से ही जेडीयू से जुड़े हुए हैं। अनिल हेगड़े पांच हजार दिनों से भी ज़्यादा गेट समझौता के खिलाफ पार्लियामेंट गेट और जंतर मंतर पर गिरफ़्तारी देते रहे थे। वो किसान परिवार से हैं और बेहद मिलनसार और सादगी पसंद नेता माने जाते हैं। अनिल हेगड़े के साथ राज्यसभा जाने वाले लोगों की रेस में केसी त्यागी, अफाक अहमद जैसे नाम भी शामिल थे लेकिन पार्टी ने अनिल हेगड़े को ही उच्च सदन भेजने का फैसला लिया है।
आपको बता दें कि राज्यसभा में बिहार कोटे की पांच अन्य सीटों के लिए भी जल्द ही चुनाव होना है। इनमें एक सीट जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की भी है। इनके अलावा राजद से लालू यादव- राबड़ी देवी की बड़ी बेटी मीसा भारती का कार्यकाल भी पूरा हो रहा है।