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एक निजी फाइनेंस कंपनी माई तारा माइक्रोक्रेडिट प्राइवेट लिमिटेड ने देश भर के सैकड़ों लोगों को करोड़ों का चूना लगा दिया है और कंपनी फरार भी हो गई। माई तारा माइक्रोक्रेडिट प्राइवेट लिमिटेड पर आरोप है कि उसने बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों के सैकड़ों ग्राहकों के लगभग 25 करोड़ रुपये लेकर बिहार से फरार हो गई। विभिन्न राज्यों से पहुंचे लोगों ने पटना के गर्दनीबाग थाने में कंपनी के 4 अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पीड़ितों ने एसएसपी से मिल कर मदद की गुहार लगाई है। एसएसपी ने सभी को न्याय का भरोसा दिया है।

इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने कंपनी के पटना स्थित कार्यालय को सीलकर दिया और वहां से लैपटाप समेत कई चीजें जब्त की है। दरअसल, माई तारा माइक्रोक्रेडिट प्राइवेट लिमिटेड पिछले कई महीने से पटना में बैंकिंग का काम कर रही थी। इसका दफ्तर अनीसाबाद स्थित यूएफओ मॉल में था। ठगी को लेकर गर्दनीबाग थाने में 4 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जो बिहार के समस्तीपुर जिले के हसनपुर के रहनेवाले जितेंद्र कुमार यादव और धर्मेंद्र कुमार, पश्चिमी चंपारण की रहनेवाली सुजाता कुमारी और झारखंड के धनबाद की रहनेवाली निकहत जहां हैं।

दर्ज FIR के बाद कंपनी के सभी लोग फरार हो गए हैं। पुलिस उनकी तलाश में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही है। ठगों ने दिल्ली के रहने वाले रमेश कुमार, पंजाब निवासी जसपाल सिंह सहित अन्य लोगों के साथ ठगी की है। यह कंपनी डिस्ट्रब्यूटरों के माध्यम से सीएसपी देने का काम करती थी। अलग-अलग राज्यों में कंपनी ने डिस्ट्रिब्यूटर बना रखे थे। उन डिस्ट्रिब्यूटरों के जरिये दुकानों में सीएसपी यानी ग्राहक सेवा केंद्र का का काम किया जाता था। सर्विस लेने के लिए डिस्ट्रिब्यूटर कंपनी के खाते में रुपये जमा करते थे। जब कंपनी के खाते में एक साथ मोटी रकम आ गई तो मालिक सहित अन्य लोग रुपए सहित फरार हो गए। जिनकी तलाश अब पुलिस कर रही है।

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