भारत में एक समय ऐसा था जब देश में खेल का मतलब क्रिकेट ही समझा जाता था। और वो भी पुरुष क्रिकेट टीम का खेल। लेकिन इस अवधारणा को अब हद तक बदलने में भारत की महिला क्रिकेट टीम ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने हर बार अपने जज्बे से लोगों को यह दिखाया की क्रिकेट का मतलब केवल पुरुष क्रिकेट टीम नहीं है। महिला क्रिकेट टीम भी है जो उनसे कदम से कदम और कंधे से कंधे मिलाकर चलने में सक्षम है। और इस महिला क्रिकेट टीम को सक्षम बनाने में कहीं ना कहीं भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान रही क्रिकेटर मिताली राज का हाथ है। लेकिन अब भारत के इस अनुभवी बल्लेबाज मिताली राज ने क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला ले लिया है।
क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में टीम की कप्तानी कर चुकी मिताली राज अब अपने 23 साल के स्वर्णिम करियर पर पूर्ण विराम लगाने जा रही हैं। मिताली ने बुधवार 8 जून की दोपहर को अपनी सोशल मीडिया पर अपने रिटायरमेंट का अनाउंसमेंट किया है। जिसके बाद मिताली ने 23 साल के अपने इंटरनेशनल करियर को अलविदा कह दिया है।
मिताली द्वारा किए गए इस ऐलान से फैंस को काफी जोरदार झटका लगा है। मिताली राज ने 39 साल की उम्र में संन्यास लेने का यह फैसला लिया है उन्होंने सोशल मीडिया पर इसका ऐलान करते हुए लिखा, “छोटी बच्ची थी, जब मैंने ब्लू जर्सी पहनकर अपने देश का प्रतिनिधित्व किया था। यह सफर काफी लंबा रहा, जिसमें हर तरह के पल देखने को मिले पिछले 23 साल मेरे जीवन के सबसे बेहतरीन पलों में से एक थे। हर सफर की तरह यह सफर भी खत्म हो रहा है और आज मैं इंटरनेशनल क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का ऐलान करती हूं।”
दो दशक से लंबे चले अपने क्रिकेट करियर में मिताली राज ने अपने नाम के तरह ही राज किया है। और भारत में महिला क्रिकेट की पहचान बनी वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला और बतौर कप्तान भी सबसे ज्यादा जीत उनके नाम ही हैं। मिताली राज का रिटायरमेंट लेना महिला क्रिकेट वर्ल्ड के लिए एक बड़ा झटका है।
खेल की दुनिया में रिकॉर्ड का दूसरा नाम कहीं जाने वाली मिताली ने 1999 में मात्र 16 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने अपने दम पर जल्द ही दुनिया भर में सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर बनकर दुनिया को दिखाया था। मिताली शुरू से ही रिकॉर्ड में कर रही है उन्होंने वनडे फॉर्मेट में डेब्यू किया था और आयरलैंड के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में ही शतक भी लगाया था। अपने 23 साल के करियर में कई रिकॉर्ड बनाए तो कईयों के रिकॉर्ड को ब्रेक भी किया है। मिताली राज न सिर्फ भारत की बल्कि दुनिया की सबसे बेहतरीन महिला क्रिकेटरों में से एक हैं। मिताली के नाम वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है साथ ही भारत के लिए लंबे वक्त तक कप्तानी करने का रिकॉर्ड भी मिताली राज के नाम ही है।
मिताली ने 232 वनडे मैच में 7805 रन बनाए हैं इस दौरान मिताली का औसत 50.68 का रहा है। वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला क्रिकेटर हैं। साथ ही इनके नाम 7 शतक और 64 अर्धशतक हैं।
23 साल के करियर में भले ही मिताली ने 12 ही टेस्ट मैच के लिए लेकिन इनमें 43.68 की औसत से 699 रन बनाए हैं। जिसमें एक दोहरा शतक (214 रन) भी शामिल है। वहीं अगर इंटरनेशनल t20 की बात करें तो मिताली ने 89 मैच में 2364 रन बनाए हैं। इंटरनेशन में भी मिताली ने 17 अर्धशतक जड़े हैं।
इसके साथ ही कप्तान मिताली राज के नाम सबसे ज्यादा जीत दर्ज कराने का रिकॉर्ड भी है। 155 वनडे मैच में मिताली ने कप्तानी का जिम्मा उठाया है जिसमें 89 मैचों में जीत और 63 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। और दुनिया की एक इकलौती ऐसी कप्तान हैं जिन्होंने डेढ़ सौ से अधिक वनडे मैचों में कप्तानी की है। और शायद इसीलिए इन्हें खेल की दुनिया में रिकॉर्ड का दूसरा नाम कहा जाता है। मिताली का आखिरी मुकाबला दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में इसी साल था।
अब मिताली के नाम दर्ज अवार्ड्स की बात करें तो मिताली को 2003 में अर्जुन पुरस्कार और 2017 में विजडन लीडिंग वुमन क्रिकेटर इन द वर्ल्ड अवार्ड दिया गया था। मिताली को 2015 में पद्म श्री से भी सम्मानित किया जा चूका है। 2021 में मिताली को खेल रत्न अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चूका है।