protest

14 जून, मंगलवार को केंद्र सरकार द्वारा ‘अग्नीपथ योजना’ का ऐलान हुआ। ऐलान होने के दूसरे ही दिन बिहार के कई जिलों में इसके विरोध में युवाओं द्वारा विरोध प्रदर्शन होने लगा। 15 जून, बुधवार को बिहार के बक्सर और मुजफ्फरपुर के कई इलाकों में युवाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि सरकार की इस योजना का मकसद युवाओं के नौकरियों का हनन करना है। जिसके लिए बिहार के कई हिस्सों में युवाओं द्वारा इसका विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।

अब यह विरोध प्रदर्शन और हिंसक रूप ले रहा है। बिहार में सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाई गई ‘अग्निपथ योजना’ के विरोध में 16 जून, गुरुवार को यह प्रदर्शन हिंसक रूप ले लिया है। कैमूर जिले के भभुआ रोड रेलवे स्टेशन पर उग्र प्रदर्शनकारियों ने इंटरसिटी ट्रेन की एक बोगी में आग लगा दी है। हालांकि, यात्रियों को किसी तरह का नुकसान तो नहीं हुआ है, लेकिन यह प्रदर्शन हिंसक रूप ले रहा है। कैमूर की तरह ही आरा जंक्शन रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने प्लेटफार्म संख्या 4 पर तोड़फोड़ की और साथ ही स्टेशन की दुकानों से सामान भी लूट लिए।

छपरा में रेलवे स्टेशन के यार्ड में खड़ी ट्रेन की बोगी में आग लगा, उसे आग के हवाले कर दिया गया। आपको बता दें, शहर के कई जगहों पर बसों और बाजारों में तोड़फोड़ की खबर भी सामने आ रही है।

बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने कैमूर के भभुआ रोड स्टेशन पर लाठी-डंडों से ताबड़तोड़ तोड़फोड़ की है। प्रसाशन द्वारा उन्हें रोकने की कोशिश की जा रही है। और उधर रेल यात्री काफी ज्यादा सहमे हुए। साथ ही मीडिया द्वारा प्रदर्शनकारियों के तोड़फोड़ और आगजनी की फोटो वीडियो बनाने पर भी प्रदर्शनकारी काफी ज्यादा उग्र हो रहे हैं।

बिहार के बक्सर जिले में लगातार दूसरे दिन भी छात्रों का उग्र प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। मंगलवार को रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन को लेकर 50 छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है। प्रदर्शन करने वालों की पहचान भी कराई जा रही है। राज्य के कई जिलों में रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन कर ट्रेनों की आवाजाही को बाधित किया जा रहा है।

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