बिहार मानसून अब पूरी तरह से मेहरबान हो गया है। प्रदेश के कई जिलों में बारिश हो रही है। तो वहीं प्रदेश के 11 जिलों में जोरदार बारिश के अलर्ट जारी हुए हैं। बीते 3 दिनों से राज्य के अलग-अलग जिलों में झमाझम बारिश हुई है। मौसम विभाग की मानें तो 5 जुलाई तक अलग-अलग जिलों में बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग द्वारा राज्य के 11 जिले के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जिसमें बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, अरवल, पश्चिम चंपारण, सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज के अधिकतर स्थानों पर जोरदार बारिश होने की संभावना है। वहीं कई जिलों में भी कुछ स्थानों पर बारिश होने की आशंका है।
बारिश होने से जहां लोगों और किसानों को राहत मिला है, वहीं खराब मौसम के कारण राज्य भर में ठनका गिरने से लोगों के मरने का सिलसिला जारी है। और साथ ही बारिश के कारण राज्य की कई नदियां उफान पर है। मौसम विभाग ने राज्य के सभी जिलों में बारिश के साथ-साथ वज्रपात की भी आशंका जताई है। विभाग ने लोगों को अलर्ट करते हुए कहा है कि बिना काम घर से बाहर न जाए।
मौसम विभाग ने लोगों को पक्के मकानों में शरण लेने को कहा है। वज्रपात से पिछले 3 दिनों में 26 जानें चली गई हैं। शुक्रवार, 1 जुलाई को ठनका गिरने से 5 लोगों को मौत हो गयी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी के परिजनों को 4 लाख रुपए मुआवजा देने की बात कही है।
बिहार में मानसून की एंट्री से उत्तर बिहार के अधिकांश हिस्से में 40 एमएम से अधिक बारिश हो रही है। जबकि, दक्षिण हिस्से में तीन से 30 एमएम तक बारिश हुई। सुपौल के वसुआ स्थित कोसी नदी और अररिया के परमान नदी में पानी का स्तर खतरे के निशान से 118 सेंटीमीटर ऊपर है। गोपालगंज के डुमरिया घाट स्थित गंडक में पानी का स्तर खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर ऊपर है। किशनगंज में महानंदा खतरे के निशान से 90 सेंटीमीटर ऊपर है।