50 हजार रुपये का इनामी हार्डकोर नक्सली नरेश कोंडा बिहार के मुंगेर में पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर दिया गया है। नरेश कोंडा के पास से हथियार और कारतूस भी बरामद किये गए हैं। मुंगेर, जमुई, लखीसराय समेत बिहार के कई जिलों में वांटेड रहा हार्डकोर इनामी नक्सली नरेश कोड़ा को गिरफ्तार कर लिया गया।
यह कामयाबी मुंगेर पुलिस के हाथों लगी है। मुंगेर पुलिस को नरेश कोंडा के पास से हथियार और गोलियां बरामद की गयी हैं। यह इनामी नक्सली दर्जन भर नक्सली वारदातों में वांटेड रहा है। कई जिलों की पुलिस इससे संयुक्त रूप से पूछताछ कर रही है। मुंगेर के एसपी जगुनाथरेड्डी ने बताया कि नरेश कोड़ा पर 50 हजार का इनाम रखा गया था। पुलिस को गुप्तचरों से सूचना मिली कि शामपुर थाना क्षेत्र के घोड़ाखुड़ पहाड़ी जंगल में माओवादी कमांडर प्रवेश दा अपने सहयोगी नारायण कोड़ा, बहादुर कोड़ा, वीडियो कोड़ा और नरेश कोड़ा दस्ता के साथ मीटिंग कर रहा है।
यह मीटिंग दहशत फैलाने की नीयत से नक्सली इलाके में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी के लिए हो रही थी। इनपुट के आधार पर उन नक्सलियों की गिरफ्तार करने के लिए योजना बनाई गयी। इसमें एएसपी अभियान मुंगेर कुणाल, 207 कोबरा बटालियन भीमबांध और नक्सल सेल मुंगेर पुलिस की संयुक्त टीम बनाई गई। छापेमारी के लिए यह टीम घोड़ाखुड़ पहुंची। लेकिन पुलिस के आने की भनक मिल जाने के कारण वहां खड़ा एक व्यक्ति जंगल की और भागा। सुरक्षाबलों ने उस भागते शख्स का पीछा किया और उसे दबोच लिया। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान हार्डकोर नक्सली नरेश कोड़ा के रूप में हुई।
मीडिया से मिल रही जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार नक्सली नरेश कोड़ा लखीसराय का है। वह जिले के पीरीबाजार थाना क्षेत्र के लठिया कोड़ासी गांव का निवासी है। सुरक्षाबलों ने गिरफ्तारी के बाद चली तलाशी अभियान में एक पिस्टल और 10 जिंदा कारतूस बरामद किया। बता दें कि हार्डकोर नक्सली नरेश कोड़ा मारक दस्ता का कमांडर है।
नरेश कोड़ा पर लखीसराय के पीरी बाजार थाना में दो, कजरा थाना में तीन, चानन थाना में एक और मुंगेर जिले के लड़ैयाटांड थाना में नक्सल गतिविधियों से संबंधित एक केस दर्ज है. इन मामलों में पुलिस को उसकी तलाश थी क्योंकि वह फरार चल रहा था। बिहार पुलिस के लिए एक अहम कामयाबी माना जा रहा है।