नीतीश सरकार के नए आदेश को लेकर दोनों ने एक ही अंदाज़ में ट्वीट कर सीएम नीतीश को घेरने की कोशिश की है. अब इन दोनों के एक जैसे ट्वीट ने सूबे की सियासत में एक नए समीकरण को उबाल देना शुरू कर दिया है. बिहार सरकार के गृह विभाग ने मंगलवार को एक अधिसूचना जारी करते हुए कहा है कि अब किसी भी विरोध प्रदर्शन, सड़क जाम या मार्च के दौरान सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले व्यक्ति को सरकारी नौकरी नहीं दी जाएगी. सरकार के इसी फैसले पर तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर निशाना साधा है.
चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी ने भी ट्वीट कर नीतीश सरकार पर हमला बोला. पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में कहा गया है कि महात्मा गांधी और जेपी के विचारों का गला घोंट कर हिटलर और बेनिटो मुसोलिनी के विचारों से प्रेरित बिहार प्रदेश प्रशासन ने बेहद कायरना फरमान जारी किया है. अब कोई भी पीड़ित अपनी आवाज आदरणीय नीतीश कुमार जी के ख़िलाफ नहीं उठा पाएगा. लोजपा ऐसे किसी भी बेतुके फरमान के खिलाफ है.
उन्होंने अपने आधिकारिक ट्वीट में कहा, ” मुसोलिनी और हिटलर को चुनौती दे रहे नीतीश कुमार कहते हैं अगर किसी ने सत्ता व्यवस्था के विरुद्ध धरना-प्रदर्शन कर अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग किया तो आपको नौकरी नहीं मिलेगी. मतलब नौकरी भी नहीं देंगे और विरोध भी प्रकट नहीं करने देंगे. बेचारे 40 सीट के मुख्यमंत्री कितना डर रहे है?”