केंद्र सरकार ने बायोलॉजिकल ई (Biological E) कंपनी द्वारा तैयार किए गए कॉर्बेवैक्स (Corbevax) को आपात स्थिति में हेटेरोलॉगस बूस्टर डोज (Booster Dose) के रूप में उपयोग के लिए मंजूरी दे दी है। न्यूज़ एजेंसी ANI के मुताबिक अब 18 साल से ज्यादा के जो लोग कोवैक्सिन (Covaxin) और कोविशील्ड (Covishield) लगवा चुके हैं, वो कॉर्बेवैक्स बूस्टर शॉट लगवा सकते हैं। यह पहली बार है कि देश में एक बूस्टर खुराक की अनुमति दी गई है जो कि कोविड के खिलाफ प्राथमिक टीकाकरण के लिए इस्तेमाल की जाने वाली खुराक से अलग है।
पिछले महीने की शुरुआत में, टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) ने एडल्ट्स के लिए एक हेटेरोलॉगस बूस्टर के रूप में बायोलॉजिकल ई के कॉर्बेवैक्स की सिफारिश की थी। इससे पहले, 4 जून, 2022 को, बायोलॉजिकल ई के कॉर्बेवैक्स को आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग के लिए एक बायोलॉजिकल COVID-19 बूस्टर शॉट के लिए DCGI अप्रूवल प्राप्त हुआ था।
कॉर्बेवैक्स की खुराक लेने के लिए Co-WIN पोर्टल पर आवश्यक परिवर्तन किए जा रहे हैं। यह देश का पहला स्वदेशी रूप से विकसित आरबीडी प्रोटीन वैक्सीन है। कॉर्बेवैक्स को 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोवेक्सिन या कोविशील्ड टीकों की दूसरी खुराक लगने की तारीख से छह महीने या 26 सप्ताह पूरा होने के बाद एक एहतियाती खुराक के रूप में दिया जा सकेगा।