ratan tata

उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) अपने परोपकार के लिए जाने जाते हैं। रतन टाटा ने ‘गुडफेलो’ (Goodfellows) नामक एक स्टार्टअप लॉन्च किया है। यह बुजुर्गों के लिए काम करने वाले एक स्टार्टअप है। इसका उद्देश्य युवाओं और शिक्षित स्नातकों को सार्थक सहयोग के लिए जोड़कर बुजुर्गों की मदद करना है। यह वे सभी सेवाएँ प्रदान करता है जो एक पोता या पोती करते हैं। इस स्टार्ट-अप की स्थापना शांतनु नायडू (Shantanu Naidu) ने की है, जो टाटा के कार्यालय में जेनेरल मैनेजर के रूप में काम करते हैं।

टाटा ने कहा, “आप नहीं जानते कि अकेले रहना क्या होता है जब तक आप अकेले समय नहीं बिताते और फिर साथी की कामना करते हैं। मैं यह भी कहता हूं कि जब तक आप बूढ़े नहीं हो जाते तब तक आपको बूढ़े होने का कोई फर्क नहीं पड़ता। तब आप इसकी एक अलग दुनिया पाते हैं।”

भारत में 15 मिलियन बुजुर्ग नागरिक अकेले रह रहे हैं, या तो साथी के खोने के कारण, या परिवार के दूर जाने के कारण। गुडफेलो अकेलेपन या साथी की कमी के मुद्दे को हल करने में मदद करेगा, जो वरिष्ठ नागरिकों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के बिगड़ने का प्राथमिक कारण रहा है। गुडफेलो दो पीढ़ियों के बीच की दूरी कम करेगी।

पिछले छह महीनों में, गुडफेलो ने एक सफल बीटा को पूरा करने में समय लिया है और अब मुंबई में पुणे, चेन्नई और बेंगलुरु के साथ अगले टारगेट शहरों के रूप में उपलब्ध होगा। बीटा परीक्षण फेज के दौरान, गुडफेलो में नौकरी की तलाश कर रहे युवा स्नातकों के 800 से अधिक आवेदनों के साथ गुडफेलो को सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली, जिनमें से 20 के एक शॉर्टलिस्टेड ग्रुप ने मुंबई में बुजुर्गो को सहयोग प्रदान किया।

सीनियर सिटीजन thegoodfellows.in पर साइन-अप करके सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं या +91 8779524307 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं।

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