बिहार (Bihar) में भले ही भाजपा की नाव डूब चुकी है, लेकिन बिहार के बाहर भाजपा (BJP), जदयू (JDU) को पछाड़ रही है। और नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के पीएम बनने के सपने को तोड़ने की कोशिश में जुटी हुई है। जहां एक तरफ बिहार में शुक्रवार, 2 सितंबर से 2024 के लिए रणनीति को लेकर जदयू का 3 दिवसीय बैठक की शुरुआत हुई है, तो वहीं दूसरी ओर भाजपा सीएम के पीएम बनने की उम्मीद पर पानी फेर रही है। इसी कड़ी में जेडीयू को मणिपुर में बड़ा झटका लगा है। जेडीयू के 5 विधायक शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो गए।
2 सितंबर को मणिपुर में नीतीश कुमार की पार्टी के 5 विधायक भाजपा में शामिल हो गए। और इसके साथ ही भाजपा की ओर से एक बयान जारी कर नीतीश कुमार के 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष के पीएम कैंडिडट बनने की अटकलों का मजाक भी उड़ाया गया। भाजपा नेता अमित मालवीय (Amit Malviya) ने नीतीश कुमार को ‘लंगड़ा मुख्यमंत्री’ बताते हुए कहा कि, “नीतीश कुमार बिहार के साथ-साथ दूसरे राज्यों में अपनी पार्टी को कमजोर होते हुए देख रहे हैं, लेकिन फिर भी वे प्रधानमंत्री बनने का सपना देखते हैं।”
आपको बता दें कि भाजपा-जेडीयू के बीच चल रहे वाक युद्ध के बीच जॉयकिशन, एन सनाटे, मोहम्मद अचब उद्दीन, पूर्व डीजीपी एल एम खौटे और थंगजाम अरुणकुमार, मणिपुर में भाजपा में शामिल हो गए। खौटे और अरुणकुमार ने पहले भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने की मांग की थी, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला था। इसके बाद वे जेडीयू में शामिल हो गए थे।
बिहार में एनडीए का साथ छोड़ महागठबंधन की सरकार बनन के बाद महागठबंधन अब मुख्यमंत्री को साल 2024 के लोकसभा चुनाव में पीएम उम्मीदवार के रूप में देख रही है। नीतीश कुमार ने बिहार में राजद और कांग्रेस के साथ गठबंधन किया। इसके बाद से उनकी पार्टी के नेताओं के द्वारा लगातार उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश किया जा रहा है।