hunger

वैश्विक भूखमरी सूचकांक (Global Hunger Index) जारी हो चूका है और इसमें भारत की स्थिति बहुत ही ख़राब है। इस इंडेक्स में भारत 6 स्थान नीचे गिर गया है। भारत 121 देशों में 107वें स्थान पर खिसक गया है। यह रैंकिंग जीएचआई (GHI) स्कोर के आधार पर जारी की जाती है। भारत का अभी का GHI स्कोर 29.1 है। इस स्कोर के साथ ग्लोबल हंगर इंडेक्स – यूरोपियन एनजीओ कंसर्न वर्ल्डवाइड और वेल्थुंगरहिल्फ़ के प्रकाशकों ने भारत के भूख के स्तर को “गंभीर” करार दिया है। पड़ोसी देश पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल और म्यांमार क्रमशः 99, 64, 84, 81 और 71वें स्थान पर हैं। ये सभी देश भारत से भूखमरी के रैंकिंग में ऊपर हैं।

इस बार भारत की भूखमरी के हालात पिछले सालों से और भी बिगड़ गई है। दो साल पहले के आकड़ों के अनुसार भारत 94वें स्थान पर था। इस बार की रिपोर्ट में देखा गया है कि रोज़ करीब 20 ऐसे लोग हैं जो भरपूर खाना नहीं खा पाते है और ज़्यादातर रात का खाना बिना खाए सोते हैं। साल 2020 में साउथ एशिया में 1331.5 मिलियन को हेल्दी डाइट नहीं मिल पायी थी और उसमें से 973.3 मिलियन भारतीय थे। इंडिया फूड बैंकिंग (India Food Banking) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 189.2 मिलियन लोग कुपोषित हैं और हर साल 7 हजार से 19 हजार लोगों की भूखमरी के कारण मौत हो जाती हैं।

इस इंडेक्स में 17 देशों को सामूहिक रूप से 1 और 17 के बीच 5 से कम के स्कोर के साथ स्थान दिया गया है। ये टॉप 17 देश बेलारूस, बोस्निया और हर्जेगोविना, चिली, चीन, क्रोएशिया, एस्टोनिया, हंगरी, कुवैत, लातविया, लिथुआनिया, मोंटेनेग्रो, उत्तरी मैसेडोनिया, रोमानिया, सर्बिया, स्लोवाकिया, तुर्की और उरुग्वे हैं। वैश्विक भूखमरी सूचकांक एक ऐसा औजार है जो वैश्विक, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर भूख की ट्रैकिंग की जाती हैं। ये ट्रैकिंग चार संकेतकों- कुपोषण, बच्चों का बौनापन, पोषण की कमी और बाल मृत्यु दर के सहायता से की जाती है।

देखें Global Hunger Index की पूरी लिस्ट

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