नीतीश कुमार को मिल रहा लगातार झटका अपने नेताओ से।  उपेंद्र कुशवाहा के बाद बिहार के एक और कद्दावर नेता ने छोड़ा मुख्यमंत्री का साथ। आरा से पूर्व सांसद और भोजपुर जिले की धाकड़ नेता मीना सिंह ने JDU छोड़ने का फैसला कर लिया है। मीना सिंह ने आरोप लगाया कि पार्टी अपनी नीतियों और सिद्धांतों से भटक गई है। मीना सिंह ने इस दौरान ये भी कहा कि ‘अब जेडीयू में पुराने और समर्पित लोगों के  लिए कोई जगह नहीं बच गई है। मेरे जैसे समर्पित नेता और कार्यकर्ता की कोई पूछ नहीं है। ऐसे में मेरे लिए पार्टी में रहने का कोई मतलब नहीं बनता। लिहाजा मैं जदयू छोड़ने का ऐलान कर रही हूं।’ नितीश कुमार के लिए स्तिथि कुछ अच्छी दिख रही है। 

कौन है मीणा सिंह?

मीणा सिंह सहकारिता किंग की पुत्री है।  अगर मालूम नहीं तो बता दे मीना सिंह का परिवार बिहार के मशहूर परिवारों में से एक है। मीना सिंह के ससुर तपेश्वर सिंह थे।  मीना सिंह के पति दिवंगत अजीत सिंह तब बिक्रमगंज से सांसद थे, उनके अचानक निधिन के बाद मीना सिंह ने उपचुनाव में जीत दर्ज की थी। साल 2009 के लोकसभा चुनाव में आरा से सांसद चुनी गई थीं। तब JDU NDA के साथ था। हालांकि 2014 में मोदी लहर में वो आरके सिंह से चुनाव हार गईं। इससे पहले पहली बार उन्होंने 2008 में बिक्रमगंज लोकसभा सीट का उपचुनाव जीत कर वहां की भी जिम्मेदारी संभाली।

जेडीयू में काम करते रहना मुश्किल हो गया है।

अब साल 2023 में वे JDU से दूर होने का निर्णय बता दिया है। उन्होंने पार्टी छोड़ने से पहले आरोप लगाया कि जनता दल यूनाइटेड को मजबूत करने के लिए उन्होंने हर तरह से अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। जब, जहां जेडीयू को जरूरत पड़ी वो मौके पर खड़ी रहीं। बावजूद उनको लगातार जेडीयू से बेरुखी का दंश झेलते रहना पड़ा। मीना सिंह के मुताबिक अब उनके लिए जेडीयू में काम करते रहना मुश्किल हो गया है।