कोरोना के तीसरे लहर को धयान में रखते हुए पुरे देश भर में लोगों को सतर्क किया जा रहा है और उनसे अपील भी की जा रही है की वो कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करे। बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष अखिलेश कुमार ने कहा की कोरोना के तीसरे लहर के खतरे को देखते हुए और यहाँ के लोगों की सुरक्षा को धयान में रख कर बिहार सरकार ने ये फैसला लिया की इस बार सावन में किसी भी मंदिर में कोई सामूहिक पूजा नहीं होगी और न ही किसी भी कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसी के तहत बिहार सरकार ने इस बार भी पिछली साल की अपेक्षा श्रावणी मेले पर रोक लगा दी है।
अखिलेश कुमार जैन ने आम जनता से अपील की वो अपने घर में ही पूजा अर्चना करे क्यूंकि सभी मंदिर सावन महीने में बंद होंगे। मंदिर में केवल पुजारी सुबह शाम पूजा और आरती करेंगे। इसके आगे उन्होंने जनता से निवेदन किया की जैसे वो सरकार के हर फैसले में सरकार का समर्थन करते है वैसे ही वो इस फैसले में भी सरकार का समर्थन करे। इस बार लोगों को सुल्तानगंज में भी जल लने से रोका जाएगा। लोगों की सुरक्षा सरकार का दायित्व है ,इसलिए सरकार को ये सारे फैसले लेने पड़े ताकि आम जनता कोरोना के तीसरे लहर से सुरक्षित रहे।
इसी को धयान में रखते हुए २ दिन बाद होने वाले बकरीद में भी सरकार ने सभी सामूहिक नमाज़ और जुलुस पर रोक लगा दी है। भी SDO, BDO और CO को निर्देश दिया गया है प्रदेश में शान्ति बनाये रखे और सावन के पहले सोमवार से ही सभी मंदिरो में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम करे।