बिहार के लोगों के लिए अब एक और खुशखबरी आई है, बिहार को मिले मेट्रो सौगात के बाद अब राज्य के पुराने रेलवे स्टेशनों का रूप बदलने वाला है। ख़बर आई है कि भारतीय रेल द्वारा बिहार-झारखण्ड संग और भी कई सारे राज्यों के कुछ चुनिंदा रेलवे स्टेशन का पुराना स्वरुप बदल कर विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ एक नई शकल दी जाएगी। जल्द ही राज्य के उन चुने गए सभी स्टेशनो को अब एयरपोर्ट जैसे अनूठा सुविधा प्राप्त होगा और इसके लिए बिहार अपने कार्य में पूरी तेज़ी से जुट गयी है।
भारतीय रेल विभाग फिलहाल बिहार रेलवे स्टेशनो का निरिक्षण की प्रक्रिया में लगी हुई है, जिसके ठीक बाद स्टेशनो के पुनर्विकास के काम में जुट जायेंगे। जानकारी के अनुसार परियोजना में अभी तक बिहार के 5 से 7 रेलवे स्टेशन के नाम दिए गए थे जिनमे; गया, राजेंद्र नगर, मुजफ़्फ़रपुर, बेगूसराय, सीतामढ़ी, बरौनी, एवं दरभंगा स्टेशन के रूप-रंग बदलते नज़र आने वाले थे। मगर अब भारतीय रेलवे ने इस योजना में; मध्य प्रदेश से सिंगरौली, झारखण्ड से धनबाद स्टेशन और उत्तर प्रदेश के पंडित दिनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन सहित देश भर से 123 और रेलवे स्टेशनो का आधुनिकीकरण करवाने का निर्णय लिया है। जिसके अंतर्दत यात्रियों के लिए कई सारे हाईटेक सहूलियत प्रदान की जाएगी।
जानिए क्या होंगी सुविधाएँ-
रेल यात्रियों के लिए खान-पान, बाथरूम, पिने का पानी, एटीएम, इंटरनेट-वाईफाई जैसी आदि सुख सुविधाएँ दी जाएगी।
स्टेशन के एंट्री और एग्जिट के कई सारे गेट होंगे और साथ ही एस्केलेटर एवं लिफ्ट की सुविधा भी रहेगी।
दिव्यांगजनों के लिए भी रैंप, ब्रेल लिपि (braille) जैसी सुविधा उपलब्ध देखने को मिलेगी।
पार्किंग के लिए स्टेशन के पास अंडरग्राउंड एरिया या फिर मल्टीस्टोरी स्ट्रक्चर का निर्माण होगा।
आपको बता दें कि स्टेशनो का पुर्नविकास का काम रेल भूमि विकास प्राधिकरण (rail land development authority) व सरकारी निजी कंपनी भागीदारी (public private partnership) द्वारा किया जाना है। रेलवे स्टेशन का विकाश का एकमात्र उद्देश्य आने वाले दिनों में यात्रियों की सेफ्टी-सिक्योरिटी, बेहतर अनुभव और सुखद यात्रा का है।