nalanda hatyakaned
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बिहार के नालंदा जिले से एक बड़ा और खौफ़नाक वारदात सामने आया है जहाँ एक ही परिवार के 6 लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी गयी है। घंटना पूरी तरह से नालंदा के राजगीर अनुमंडल अंतर्गत छबिलापुर थाना क्षेत्र की है, जहाँ के लोदीपुर गाँव में ज़मीनी विवाद को लेकर दो पक्षों में लम्बे समय से लड़ाई चल रही थी। जो आख़िर में सामूहिक हत्याकांड का रूप लेकर ख़ौफ़नाम तरीके से सबके सामने आया है।

जानकारी के अनुसार कुल 6 लोगों की गोली लगने से मौत हुई है जो कि एक ही परिवार के सदस्य थे। उन लोगो के साथ 3 और लोगों को गोली लगी थी जो फिलहाल गंभीर रूप से घायल है। इतना ही नहीं बल्कि इस लड़ाई में कई अन्य व्यक्ति भी चोटिल हुए है। इस मामले की पूरी जानकारी भी पीड़ित परिवार के के एक सदस्य ने थाना जाकर दी। लेकिन आपको बता दें कि इसके बाद भी पुलिस कर्मियों ने इस पर गंभीरता नहीं दिखाई और वक़्त पर घटना स्थल नहीं जा पहुँची। इन सभी के बाद परिवारजन और बाकि के ग्रामीणवासी ने बताया की आरोपी बदमाशों ने करीबन 200 बार फायरिंग की थी, इसके बाद से पूरे गाँव में डर का माहौल है वहीँ अब तक पुरा इलाक़ा अब तनाव व्याप्त है।

जानिये क्या था पूरा मामला-

50 बीघा ज़मीन के लिए स्व रामस्वरूप यादव के बेटो के बिच कई सालो से विवाद चल रहा था, पहले घर में बात नहीं सुलझी तो फिर कोर्ट-कचेहरी तक मामला जा पहुँचा, मगर फिर भी दोनों गुट के बिच का विवाद नहीं थमा। करीबन 10 साल के विवादों के बाद इस साल अप्रैल के महीने में दोनों पक्षों ने पुलिस थाना पहुँच कर थानेदार के सामने एक बोंड साइन किया था, उस बांड से यह बात तय की गयी थी कि कोर्ट का फैसला आने तक दोनों पक्ष खेत नहीं जोतेंगे। लेकिन इसके बाद अच्चानक एक दिन स्व रामस्वरूप यादव के एक बेटे महेंद्र यादव अपने आदमियों संग बहर से ट्रेक्टर बुलाकर खेत जोतना शुरू कर दिया था। यह देख दूसरे बेटे यदुनंदन यादव के परिवार वालो ने इस बात की पुष्टि थाने को दी। मगर तब भी वहाँ के पुलिस कर्मीयों ने इस बात को गंभीरतापूर्वक नहीं लिया और अब नतीज़ा सबसे सामने है।

यदुनंदन और उनके बेटे सहित बाकि के कुछ परिवारजन वहाँ महेंद्र यादव और उनके लोगों को रोकने पहुँचे। मगर वहाँ महेंद्र यादव संग कुछ 50-60 लोग पहले से खेत में मौजूद थे फिर मामले में बता बाटी हुई और फिर वहाँ गोली चलाना शुरू कर दिए। इस बिच लगातार गोलीबारी होने से वहाँ मौके पर ही 5 लोगों की तत्काल मौत हो गई और 1 व्यक्ति की बाद में इलाज़ के वक़्त मौत हुई। गाँव के लोगों का मन्ना है कि बात इतनी बढ़ती ही नहीं अगर मौके पर पुलिस आ जाती तो, मगर थानेदारो ने कभी इस मामले को उतनी गंभीरता से लिया ही नहीं था।