yuva rjd
yuva rjd

बिहार राजद कि अंदरुनी कलह आजकल काफ़ी सुर्ख़ियों में है। कुछ दिनों से चल रहे तेज प्रताप यादव और तेजश्वी यादव के बिच कि विवाद ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटो में पार्टी कि कमान संभालने को लेकर चल रहे विवाद ने अब बड़ा रूप धारण कर लिया है। ऐसे में लगता है कि अब पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव को बेटो के बिच चल रहे लड़ाई को सुलझाने के लिए कोई सख़्त तरीका अपनाना पड़ेगा। मगर यहाँ सवाल यह उठता है कि क्या लालू करा पाएंगे अपने बेटो के बिच सुलह ?

जानकारी के अनुसार,लड़ाई का मामला तब शुरू हुआ जब आरजेडी के युवा इकाई के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव को हटा दिया गया था। चूँकि आकाश यादव तेज प्रताप के बेहद खास दोस्त एवं सलाहकार भी थे। ऐसे में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह द्वारा तेज प्रताप के दोस्त को अचानक बिना किसी नोटिस के पदमुक्त करवा देने से वह बेहद नाराज़ हुए थे। अब तेज प्रताप ने जगदानंद सिंह के खिलाफ़ मोर्चा शुरू कर दिया है। वह चाहते है कि प्रदेश अध्यक्ष को उनके पद से हटाया जाए। इस मामले पर तेज प्रताप का गुस्सा अभी तक समाप्त नहीं हुआ है, उनकी नाराज़गी अब सीधे तौर पर उनके भाई के साथ चल रहे अनबन पर भी पड़ते देखा जा सकता है।

विवादों के बिच अब एक नई ख़बर यह आ रही है कि लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव अपने ही घर की सियासी मुठभेड़ से परेशान होकर तीर्थनगरी मथुरा जा पहुँचें है। राजनीतिक उठापटक से दूर आध्यात्मक सुकून खोजने तेज प्रताप घर से दूर रहना पसंद करते है। आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं जब तेज प्रताप मथुरा गए हों। इससे पहले भी वह कई बार कृष्ण नगरी में भटकते-फिरते नज़र आ चुके है। दरअसल वह कई दफाह अपने अन्य कलहो के बिच भी शांति की तलाश में मथुरा जाते रहें हैं। वहां उनके धार्मिक गुरु “बल्लाभाचार्य” रहते हैं। जिनसे तेज प्रताप अपने पारिवारिक मसलो और धर्म से संबंधित चर्चा करना पसंद करते है।

अब तेजस्वी के खिलाफ़ तेज प्रताप के विद्रोह का मामला भी खुले आम लोगो को नज़र आ रहा है। उनके तेवर ने परिवार संग पार्टी को भी परेशान कर रखा है। अब दोनों की लड़ाई इंटरनेट पर भी छाह गई है। तेज प्रताप ने हालही में सोशल मीडिया पर रामधारी सिंह दिनकर की एक मशहूर कविता को शेयर करते हुए पार्टी में अपने हिस्सेदारी माँगी है। दूसरी ओर पार्टी का नेतृत्व संभाल रहे तेजश्वी यादव नितीश को टक्कर देने को तैयार बैठे है। लालू यादव के बाद से तेजश्वी ही है जिन्होंने पार्टी को अब तक संभाला है और अपने पिता के छोड़े हुए काम करते आ रहे है। ऐसे में आगे चल कर लालू यादव कैसे इस लड़ाई का अंत करवाते है एवं अपने कौन से बेटे को पार्टी का उत्तराधिकारी बनाते है यह देखना दिलचस्प होगा। आकाश यादव भी राजद पार्टी निकाले जाने के बाद उन्होंने आज सुबह ही लोजपा पार्टी का दामन थाम लिया है।