पुलिस समाज में शांति और अमन-चैन स्थापित करने के माध्यम से समाज का एक अहम पहलु है। पुलिस को सशक्त बनाने की ऐसी ही एक संख्या बिहार से सामने आई है जहां 596 नई महिला पुलिसकर्मियो की बहाली हुई है। यह आंकड़ा यह दर्शाता है महिला सशक्तिकरण के मामले में देश आगे बढ़ रहा है और बिहार जैसा राज्य जहां पर एक समय में औरतों की ज़िन्दगी घर की चार-दीवारी में ही सिमट कर रह जाती थी वहां पर भी यह आंकड़ा दिल को ठंडक पहुंचाता है। इन बहालियों के साथ ही बिहार देश में महिला पुलिस कर्मियों के मामले में नंबर 1 बन गया है। अब बिहार में देश की सबसे ज़्यादा महिला पुलिस अफसर है।
मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने इस आंकड़े पर ख़ुशी जताते हुए कहा की बिहार के लिए यह कोई मामूली बात नहीं है। आज बिहार में महिला पुलिस बल की जितनी बड़ी संख्या है उतनी देश में कहीं नहीं है। नितीश कुमार ने ये भी कहा की उनकी सरकार ने हमेशा महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया है और आगे भी देती रहेगी। चाहे वो पंचायत में 50 फीसद आरक्षण देना हो या सरकारी नौकरी में महिलाओं को 35 फीसद आरक्षण देना। अन्य नौकरियों में भी महिलाओं के लिए आरक्षण की सुविधा बढ़ी है। उन्होंने कहा की आज बिहार में हर जगह बड़ी संख्या में पुलिस बल दीखता है।
शराबबंदी पर बात करते हुए नितीश कुमार ने कहा की बिहार में जब 2016 में जब शराबबंदी की गयी थी तो यह महिलाओं की मांग पर किया गया था। प्रशिक्षण पूरा कर चुके पुलिस अवर निरीक्षकों से कहा कि कुछ लोग हैं जो बाएं-दाएं गड़बड़ करनेवाले है पर अंत में पकड़े भी जाते हैं। शराबबंदी के लिए निश्चित तौर पर प्रयास करना है। इसे मज़बूती से मन में बैठा लिजिए। अब तो पुलिस में भी बहुत बड़ी संख्या में महिलाये आ गई हैं। जो गड़बड़ी करता पकड़ा जाए उसपर कार्रवाई करें।