hunar haat

हर इंसान कुदरत का एक अनमोल हीरा है। हर इंसान के अंदर कोई न कोई हुनर ज़रूर छुपा होता है और इसी हुनर का प्रदर्शन करने के लिए 29वां हुनर हाट (Hunar Haat) का आयोजन हो रहा है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने उत्तर प्रदेश के रामपुर में 29वें “हुनर हाट” का उद्घाटन कर दिया है। रामपुर में “हुनर हाट” “आत्मनिर्भर भारत” अभियान को आगे बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगा।

“विश्वकर्मा वाटिका” भी “हुनर हाट” में एक आकर्षण होगा, जो कारीगरों और शिल्पकारों के बहुमूल्य पारंपरिक कौशल को बढ़ावा देने और संरक्षित करेगा, जहां वे भारत के पारंपरिक उत्तम स्वदेशी हैंडमेड प्रोडक्ट्स को लाइव प्रदर्शित करेंगे। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आयोजित किए जा रहे 75 हुनर ​​हाटों के माध्यम से 7 लाख 50 हजार कारीगरों, शिल्पकारों और उनसे जुड़े लोगों को रोजगार और रोजगार के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है।

30 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 700 कारीगरों और शिल्पकारों ने रामपुर के पनवारिया के नुमाइश ग्राउंड (Numaish Ground) में आयोजित “हुनर हाट” में लकड़ी, पीतल, बांस, कांच, कपड़ा, कागज, मिट्टी आदि से बने अपने स्वदेशी उत्पादों को लाया है। ये हुनर हाट 25 अक्टूबर तक चलेगा। ये “हुनर हाट” GeM (Government e Marketplace) पर भी उपलब्ध है जो कारीगरों और शिल्पकारों के स्वदेशी उत्पादों को बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार प्रदान करेगा।