दीपों के त्योहार दीपावली, इसकी शुरुआत सबसे पहले धनतेरस से होती है। यह त्योहार न सिर्फ आरोग्य के देवता धन्वंतरि के लिए होता है, बल्कि धन के देवता कुबेर की पूजा के लिए भी होता है। क्योंकि भगवान कुबेर को माता लक्ष्मी का भाई कहा जाता है। तो चलिए आपको बताते हैं आज धनतेरस के दिन कुबेर पूजन की क्या विधि है और पूजा का शुभ मुहरतकया है :
लोग इस दिन कोई भी नई वस्तु खरीद सकते हैं। लेकिन मुख्य रूप से आज, धनतेरस के दिन सोने, चांदी और पीतल की चीजें खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। इसके अलावा धनतेरस पर बर्तन और झाड़ू खरीदने की भी परंपरा रहती है। कई लोग इस दिन का इंतज़ार करते हैं और उस दिन नई कार, मोटर साइकिल और जमीन-मकान की खरीदारी करते हैं।
धनतेरस के दिन काले रंग की वस्तुएं, तेल, लोहे, कांच और एल्युमीनियम से बनी चीजें खरीदने से बचना चाहिए। इसके अलावा इस दिन जो भी बर्तन खरीद रहे हैं उसे खाली घर में नहीं लेकर जाएं। नए बर्तन को घर में ले जाने से पहले उसके अंदर पानी भर ली जाती है।
धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की विधि विधान पूजा की जती है। जिससे घर में सुख समृद्धि आती है और लक्ष्मी का निवास होता है। आज के दिन घर के मुख्य द्वार पर दीपक जरूर जलाएं। जिसमें एक दीपक दक्षिण दिशा में यम के नाम से भी जला दें। आज पूजा का शुभ मुहर्त शाम 6 बजे से शुरू हो कर रात 9 बजे तक रहेगा।