एक तरफ राज्य के मुख्यमंत्री बिहार में समाज सुधार अभियान चला रहे हैं तो दूसरी ओर से यह खबर आती है कि सावले रंग के कारण विवाहिता को फंदे से लटका दिया जाता है। बरुराज थाना क्षेत्र के कोड़िगावां गांव में सोमवार,10 जनवरी को एक खबर आती है कि एक विवाहिता फंदे से लटकती मिली है। फंदे से लटकी विवाहिता नीतू की लाश का मामला अलग मोड़ पर आ गया है। बता दें कि सोमवार को सुजीत की पत्नी नीतू देवी का शव उसी के घर में साड़ी के फंदे से लटकता मिला था। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। नीतू के घर वालों ने नीतू के ससुराल वालों पर दहेज की मांग पूरी न करने के कारण हत्या करने का FIR दर्ज कराया है।
घर वालों का कहना है कि ससुराल वाले नीतू के सावले रंग को लेकर भी उससे खूब प्रताड़ित किया करते थे। घरवालों का यहीं आरोप भी है कि इनसब बातों को लेकर ही नीतू की हत्या कर दी गयी है और फिर उसके शव को फंदे से लटका दिया गया। मृतका के पिता पूर्वी चंपारण जिला के केसरिया थाना के सोनरापुर निवासी रामेश्वर साह ने बरुराज थाना में 6 लोगों को आरोपी बनाया है। थाना में दर्ज कराई गयी FIR में रामावतार साह, रंजीत साह, रंभा देवी, संजीत साह, सोनिया देवी, मिथिलेश देवी को आरोपी बनाया गया है।
ऐसा बताया जा रहा है कि मृतका की शादी साल 2017 में हुई थी। शादी के बाद से ही ससुराल वालों ने उसे उसके सावले रंग को लेकर बातें सुनते और प्रताड़ित करते थे। ससुराल में रखने के लिए उसके एवज में ससुराल वालों ने मायके से चार लाख रुपये लाने का दबाव बनाकर मारपीट भी किया करते थे। बड़ी रकम न देने के कारण नीतू की पिटाई भी की जाती थी। इसी को लेकर नीतू के पिता ने यह आरोप लगाया है कि ससुराल वालों ने उसकी हत्या कर दी। और घटना को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसके शव को फंदे से लटका दिया।