बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (PT) के प्रश्न पत्र लीक होने का मामला आये दिन नए नए मोड़ ले रहा है। इस मामले की जांच कर रही EOU यानी आर्थिक अपराध इकाई ने अररिया के भरगामा अंचल के राजस्व पदाधिकारी राहुल कुमार (26 वर्ष) को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
राहुल कुमार, गया के अतरी थाना अंतर्गत चिरियावां निवासी युगेश्वर सिंह के पुत्र हैं। मामले की जांच एवं अनुसंधान EOU के तहत गठित विशेष अनुसंधान दल द्वारा किया जा रहा है। EOU से 28 मई को मिली जानकारी के अनुसार राहुल कुमार, पेपर लीक कांड के मुख्य सरगना आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव से बराबर संपर्क में रहा करते है। वह इस कांड में बीपीएससी पीटी के प्रश्नपत्र की मांग घटना से पूर्व एवं घटना के दिन भी पिंटू यादव से कर रहा था।
इस मामले के अभियुक्त संजय कुमार से घटना के दिन एवं इसके पूर्व इनसे कई बार बातचीत हुई है। बीपीएससी परीक्षा से पूर्व प्रश्नपत्र एवं उत्तर इन्हें भेजा गया है। जानकारी के अनुसार प्रतियोगिता परीक्षाओं में सेटिंग करने वाले अभियुक्तों एवं संदिग्धों के साथ इनका साठगांठ है। राहुल द्वारा किए गए संदिग्ध भुगतान का भी पता चला है। उसके द्वारा भरगामा मोड़, रानीगंज, अररिया स्थित आवास पर भी छापेमारी कर दस्तावेज बरामद किए गए हैं। ईओयू द्वारा इस कांड से जुड़े अन्य तथ्यों को भी खंगाला जा रहा है।
बीपीएससी प्रश्न पत्र लीक मामले में अबतक 9 व्यक्तियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। राहुल कुमार की गिरफ्तारी के पूर्व 8 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 15 मई को इस गिरोह के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें कृषि विभाग भागलपुर का क्लर्क राजेश कुमार भी शामिल है। यह क्लर्क पेपर लीक करने वाले गिरोह का सदस्य है। इस मामले में गिरफ्तार तीन अन्य सदस्यों में निशिकांत कुमार, सुधीर कुमार सिंह और कृष्ण मोहन सिंह शामिल हैं। हालांकि, गिरोह का सरगना आनंद गौरव उर्फ पिन्टू यादव अब भी फरार है। आनंद NIT पटना से पासआउट स्टूडेंट है। आनंद पूर्व में भी इलाहाबाद भर्त्ती घोटाले में गिरफ्तार हुआ था और साल 2020 में बिहार के मुंगेर जिले में हुए हत्याकांड में अभियुक्त है।