उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले इत्र व्यपारी Piyush Jain के खिलाफ पिछले दिनों इनकम टैक्स की रेड पड़ी। जिसमें अधिकारीयों को करोड़ों की गड्डियां मिली। और इतनी मिली कि नोट गिनने वाली मशीनें लगातार नोट गिनते गिनते गर्म हो कर बंद हो जा रहे थे। जिसके बाद अब पियूष जैन के ऊपर केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय यानी Enforcement Directorate (ED) का भी शिकंजा कसने वाला है। सूत्रों के अनुसार, ED पीयूष जैन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत केस दर्ज करने की तैयारी कर रही है।
क्योंकि जिस तरह GST Intelligence की अहमदाबाद यूनिट द्वारा फर्जी इनवॉइस और टैक्स चोरी से जुड़े मामले में बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए पीयूष जैन की 257 करोड़ की नकदी और करोड़ों की जूलरी को बरामद किया गया था, उसके बाद इस मामले में इनकम टैक्स की इंट्री हुई। इनकम टैक्स की टीम भी बेनामी संपत्तियों की तलाश और टैक्स चोरी से जुड़े मामले की जाँच कर रही है।
अब इसी मामले को आधार बनाते हुए सूत्रों से पता चला है कि केंद्रीय जांच एजेंसी ED भी इस मामले को टेकओवर करने वाली है। हालांकि इस मामले में ईडी की टीम फिलहाल फाइनल रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। जब जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम छापेमारी के बाद तमाम बरामदगी और उससे जुड़े रिपोर्ट को तैयार करेगी, उसके बाद ईडी के साथ जीएसटी के अधिकारी द्वारा उसकी रिपोर्ट को साझा किया जाएगा। फ़िलहाल अभी IT की रेड चल रही है। वहीं अभी IT डिपार्टमेंट गुमनाम सम्पति की जाँच कर रही है।
इत्र कारोबारी छापेमारी के दौरान IT डिपार्टमेंट को लगभग 300 करोड़ की प्रॉपर्टी से जुड़े दस्तावेज की कॉपी भी प्राप्त हुई है। जिसे अब विभिन्न जांच एजेंसियां अपने तरीके से तफ़्तीश करेंगी।