शनिवार, 25 जून को आय से अधिक संपत्ति मामले में घिरे ड्रग इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार (Drug Inspector Jitendra Kumar) के घर पर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की रेड पड़ी। जिसमें टीम को ड्रग इंस्पेक्टर के घर से करीब 4 करोड़ रुपए कैश बरामद किया गया है। पटना में पोस्टेड ड्रग इंस्पेक्टर के 5 ठिकानों पर सुबह से निगरानी अन्वेषण ब्यूरो (surveillance investigation bureau) एक साथ छापेमारी कर रही है।
बता दें कि पटना के सुल्तानगंज स्थित मलेरिया ऑफिस, इसी इलाके में स्थित इनका घर, पटना के ही गोला रोड में इनका प्राइवेट ऑफिस, गया में फ्लैट और प्राइवेट फार्मेसी कॉलेज शामिल है। इन सभी ठिकानों पर निगरानी की अलग-अलग टीम मौजूद है। और टीम कागजात से लेकर काफी कुछ खंगाल रही है।
निगरानी टीम को घर से अब तक काफी कुछ मिल चूका है। जांच टीम से मिले डिटेल्स के अनुसार, यहां से अब तक ढाई किलो चांदी और आधा किलो से अधिक सोने की ज्वेलरी मिली है। हालांकि, इसमें कुछ ज्वेलरी जितेंद्र कुमार के भाई की पत्नी के भी हैं।
पटना के ही ईस्ट बोरिंग कैनाल रोड में जितेंद्र कुमार ने एक फ्लैट खरीदा है। इन्होंने दूसरा फ्लैट झारखंड की राजधानी रांची में खरीदा है। निगरानी टीम का कहना है कि काली कमाई के जरिए अर्जित की गई चल-अचल संपत्तियों से जुड़े और भी कागजात मिल सकते हैं। इसके बारे में काफी खुलासा हो सकता है। इसीलिए अभी भी उनके ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है।
जितेंद्र कुमार पर आरोप है कि सरकारी नौकरी करते हुए इन्होंने जमकर भ्रष्टाचार किया है। इनके खिलाफ राज्य सरकार के पास लगातार शिकायतें आ रही थी। जिसके बाद इस मामले को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो को यह मामला सौंपा गया। फिर एक टीम बनाकर जितेंद्र कुमार के ऊपर लगे आरोपों की जांच कराई गई। इसमें इनके खिलाफ काफी सबूत मिले। काली कमाई का मामला सही पाया गया। फिर निगरानी थाने में ड्रग इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में 2 करोड़ से अधिक की FIR दर्ज की। जिसके बाद निगरानी टीम ने एक साथ जितेन्द्र कुमार के 5 अलग-अलग टीमों द्वारा एक साथ छापेमारी की है।