8 मई को पुरे बिहार में हुए बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) के पेपर लीक का मामला नया मोड़ ले रहा है। क्वेश्चन लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने FIR दर्ज किया है। दर्ज इस FIR (कांड संख्या 20/22) में अभी तक किसी को अभियुक्त नहीं बनाया गया है। खाली अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर जांच की जा रही है।
आर्थिक अपराध इकाई के अनुसार डीएसपी रैंक के अधिकारी को इस केस का आईओ (investigation officer) बनाया गया है। इस बीच पेपर लीक मामले की जांच के लिए गठित SIT में अन्य कई अफसर शामिल किए गए हैं। एसपी ईओयू सुशील कुमार के नेतृत्व में एसआईटी क्वेश्चन लीक मामले की तह तक जाने में लगी है।
इसी बीच जनता के दरबार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि, BPSC की 67वीं पीटी के पेपर लीक मामले में गड़बड़ करने वालों पर जल्द कार्रवाई होगी। सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि जल्द-से-जल्द इसकी जांच पूरी की जाये। इस पूरे मामले में बहुत एक्शन हो रहा है।