मंगलवार, 22 नवंबर को बिहार की राजधानी पटना में बीपीएससी कार्यालय के बाहर छात्रों का भारी बवाल हो रहा। अभ्यर्थियों ने आयोग के ऊपर परीक्षा में धांधली के आरोप लगाए हैं। साथ ही आठ मई को लीक हुए पेपर पर भी सीबीआई जांच की मांग की है। अभ्यर्थियों ने परीक्षा नियंत्रक सह सचिव अमरेंद्र कुमार को भी उनके पद से हटाने की मांग की है। उनका कहना है कि 17 नवंबर को जारी हुए बिहार लोक सेवा आयोग 67 वीं प्रीलिम्स परीक्षा के रिजल्ट में धांधली हुई है।
आयोग के कार्यालय के बाहार हंगामा कर रहे कई अभ्यर्थी तिरंगा लेकर भी पहुंचे। तिरंगे के साथ प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी काफी आक्रोशित नजर आ रहे हैं। उधर, बीपीएससी प्रशासन की ओर से हंगामे को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल और मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं।
अभ्यर्थियों की यह मांग है कि 67 वीं बीपीएससी परीक्षा जिसकी आठ मई को पेपर लीक हुई थी उसकी सीबीआई जांच कराई जाए। साथ ही बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक सह सचिव अमरेंद्र कुमार को बर्खास्त किया जाए। सीधे तौर पर कहा जा रहा कि जो पीडीएफ फॉर्मेट में रिजल्ट जारी हुआ है उसमें भी छेड़छाड़ की गई है।
अभ्यर्थियों का यह भी कहना है कि ओएमआर शीट से भी छेड़छाड़ हुई है। अमरेंद्र कुमार 2019 से लगातार पोस्ट पर बने हुए हैं। आठ मई को पेपर लीक हुआ उसके बाद भी अमरेंद्र कुमार को नहीं हटाया गया। लगातार बीपीएससी में धांधली अमरेंद्र कुमार करवाते हैं, लेकिन उनपर कोई कार्रवाई नहीं होती है।