बिहार में शराबबंदी को लेकर राजनीति गर्म हो गई है। छपरा में जहरीली शराब से 9 लोगों की मौत के मामले को लेकर बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन जमकर हंगामा हो रहा है। बीजेपी ने छपरा में हुए 9 लोगों की मौत के लिए सीएम नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया है। बीजेपी ने सदन के अंदर और बाहर जमकर हंगामा किया। जिसके बाद सदन में विपक्ष के हंगामे को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आग बबूला हो गए और उन्होंने गुस्से में बीजेपी विधायकों की ओर इशारा करते हुए कहा कि, “क्या हो गया। ए, चुप हो जाओ।”
जिसके बाद सीएम के इस व्यवहार को लेकर बीजेपी के विधायकों में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है। बीजेपी विधायकों ने सीएम नीतीश कुमार से माफी मांगने की मांग की है। सदन में हंगामे के बीच बीजेपी विधायक सीएम की माफी की मांग पर अड़े हैं। भाजपा विधायक वेल में आकर सीएम खिलाफ जमकर हंगामा कर रहे हैं। सदन में हंगामा लगातार जारी है। विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने छपरा की कहा कि बिहार सरकार और नीतीश कुमार जहरीली राज्य शराब में बेचवा रही है। छपरा में जितने भी लोग शराब से मरे हैं उनके परिजनों से कहना चाहता हूं कि नीतीश के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएं। सदन में नीतीश कुमार जवाब दें कि शराबबंदी वाले राज्य में जहरीली शराब कहां से मंगाकर बेचवा रहे हैं?
वहीं जेडीयू विधायक शालिनी मिश्रा ने कहा कि बिहार में लागू शराबबंदी कानून सफल है। शराबबंदी को बीजेपी बदनाम कर रही है। शराब बेचने वालों पर कार्रवाई लगातार हो रही है। शराबबंदी से महिलाएं सबसे ज्यादा खुश हैं। वहीं इस मामले पर आरजेडी और बीजेपी के सुर मिलते दिखे। आरजेडी विधायक रामानुज प्रसाद ने छपरा की घटना पर दुख व्यक्त करते हुए शराबबंदी कानून पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि शराबबंदी अभी भी ठीक से लागू नहीं हो पाया। जहरीली शराब से हर जिले में लोग मर रहे हैं। शराबबंदी फेल है।
Source – Zee Bihar Jharkhand