तारक मेहता का उल्टा चश्मा का शो बच्चों के बीच ही नहीं बड़ों में भी काफी लोकप्रिय हैं. देश में कोरोना का माहौल चल रहा था तो उसके वजह से सारे शो की रिकॉर्डिंग बन्द थी. फिर जैसे ही देश में लॉकडाउन हटा सारे शो सुरक्षा को देखते हुए धीरे-धीरे शुरू किया गया. 2020 ये साल ही काफी ज्यादा मनहूसियत वाला साल साबित हुआ. इस साल हमने कई सारे दिग्गज को खो दिया. जिस तरह देश में कोरोना जैसी माहामारी का प्रकोप है उससे भी लोग तबाह हुए. ऐसे में किसी का ख़ुदकुशी कर लेना या निधन हो जाना हमें झकझोर डेटा हैं. आइये आपको बताते हैं आखिर किस वजह से इतने फेमस शो के लेखक को आत्महत्या का रास्ता अपनाना पड़ा.
आपको बता दें शो के लेखक अभिषेक मकवाना (Abhishek Makwana) ने 27 नवंबर को आत्महत्या कर ली. अभिषेक को अपने फ्लैट में लटका पाया गया था. पुलिस ने कहा कि अभिषेक मकवाना ने सुसाइड नोट में आर्थिक तंगी का उल्लेख किया था. जबकि, मृतक के परिवार वालों ने आरोप लगाया कि वह साइबर धोखाधड़ी और ब्लैकमेल का शिकार हुए थे. अभिषेक मकवाना (Abhishek Makwana) के परिवार का कहना है कि अभिषेक के निधन के बाद उन्हें फ्रॉड लोगों के कॉल आ रहे हैं. परिवार ने कहा, ‘वे लोग कॉल करके पैसे मांग रहे हैं. उनका कहना है कि अभिषेक ने लोन लेते वक्त अपने परिवार को गारंटीकर्ता बनाया था.’ अभिषेक के भाई जेनिस का कहना है कि उन्होंने कुछ ई-मेल पढ़े हैं जिसके बाद उन्हें एहसास हुआ कि अभिषेक को किसी ने फाइनेंशियल जाल में फंसाया था.
लेखक के भाई जेनिस ने कहा, ‘ई-मेल रिकॉर्ड को देखने के बाद मुझे समझ आया कि पहले मेरे भाई ने एक ऐप के जरिए छोटा लोन लिया जो बहुत ज्यादा रेट का इंट्रेस्ट ले रहा था. फिर मैंने उनके और भाई की ट्रांजेक्शन देखी. मैंने देखा कि वह मेरे भाई को छोटा-छोटा अमाउंट देते रहते थे जबकि भाई ने और कोई लोन नहीं लिया था. लोन का इंट्रेस्ट रेट 30 प्रतिशत था.’इसके साथ ही जेनिस ने आगे यह भी बताया कि जबसे उन्हें अभिषेक मकवाना (Abhishek Makwana) के निधन की बात पता चली है तब से वो लोग उन्हें बार-बार कॉल कर रहे हैं और गलत बातें बोल रहे हैं. एक नंबर बांग्लादेश का है, एक म्यानमार और बाकी भारत के अलग-अलग राज्यों के हैं. जेनिस ने कहा, मुझे अलग-अलग नंबरों से कई फोन कॉल आए, जिसमें उन्होंने किसी के कर्ज का भुगतान करने की मांग की. एक कॉल बांग्लादेश से एक कॉल म्यांमार में और अन्य कॉल भारत के विभिन्न राज्यों से आते थे.