यह 1960 के दशक के आखिरी दिन थे। उस दौर में मुकेश, रफी और किशोर कुमार छाए हुए थे। ऐसे में किसी नए सिंगर के लिए स्कोप कम ही था। फिर भी उन्होंने गजल और गीत गाने के अपने अलग अंदाज से जगह बनाई। 9वीं क्लास से ही कवि सम्मेलनों के जरिए अपनी पहचान बनाने वाले जगजीत सिंह को हिंदी सिनेमा के कई यादगार गीतों के लिए जाना जाता है। होठों से छू लो तुम, तुमको देखा तो यह ख्याल आया जैसे अमर गीतों के लिए मशहूर रहे जगजीत सिंह.
जगजीत सिंह की गजलें जितनी मशहूर रहीं उतनी ही लवलाइफ भी उथल पुथल भरी रही. जगजीत सिंह की पत्नी चित्रा सिंह की पहली शादी एक अधिकारी देबू प्रसाद दत्ता से हुई थी. चित्रा (Chitra Singh) मुंबई में जहां रहती थीं उनके सामने वाले घर में एक गुजराती परिवार रहता था. इसी परिवार में अक्सर जगजीत का आना जाना लगा रहता था. यहां वो अपने गानों की रिकॉर्डिंग करते थे. एक दिन चित्रा को सामने से आवाज सुनाई दी. जगजीत के जाने के बाद चित्रा ने पड़ोसी से पूछा क्या मामला है. पड़ोसियों चित्रा को जगजीत के गाने सुनाए लेकिन उन्हें जगजीत के गाने बिलकुल भी ना भाए. चित्रा खुद भी सिंगर थी. साल 1967 में जब जगजीत सिंह और चित्रा एक ही स्टूडियो में रिकॉर्ड कर रहे थे. इस दौरान उनकी बात हुई. रिकार्डिंग के बाद चित्रा ने कहा कि, मेरा ड्राईवर आपको आपके घर तक छोड़ देगा. रास्ते में चित्रा का घर आया तो उन्होंने जगजीत को चाय पर बुलाया. घर आकर चित्रा चाय बना रही थीं तभी जगजीत ने चित्रा को एक गजल सुनाई औऱ वो इंप्रेस हो गईं. इसके बाद तो दोनों का मिलना-जुलना शुरू हो गया. दोनों धीरे धीरे एक दूसरे को पसंद करने लगे थे.
चित्रा खुद भी सिंगर थी. साल 1967 में जब जगजीत सिंह और चित्रा एक ही स्टूडियो में रिकॉर्ड कर रहे थे. इस दौरान उनकी बात हुई. रिकार्डिंग के बाद चित्रा ने कहा कि, मेरा ड्राईवर आपको आपके घर तक छोड़ देगा. रास्ते में चित्रा का घर आया तो उन्होंने जगजीत को चाय पर बुलाया. घर आकर चित्रा चाय बना रही थीं तभी जगजीत ने चित्रा को एक गजल सुनाई औऱ वो इंप्रेस हो गईं. इसके बाद तो दोनों का मिलना-जुलना शुरू हो गया. दोनों धीरे धीरे एक दूसरे को पसंद करने लगे थे. इस बीच चित्रा अपने पति देबू से दूर होती चली गईं क्योंकि उनके पति देबू का दिल किसी और महिला पर आ गया था. बाद में दूरियां आईं तो दोनों एक दूसरे से पूछकर और रजामंदी से ही तलाक ले लिया. 1970 में देबू ने भी दूसरी शादी कर ली, वहीं जगजीत खुद चित्रा के पति देबू के पास गए थे और उन्होंने चित्रा का उनसे हाथ मांगा था. उन्होंने कहा था कि वो चित्रा से शादी करना चाहते हैं, देबू ने भी इसकी इजाजत दे दी.