पटना के जेठुली में गोलीबारी और हिंसक मामला अब राजनितिक मोड़ ले रहा है. इस हिंसक झड़प पर प्रदेश के उद्योग मंत्री समीर महासेठ ने बड़ी ही अतरंगी बयान दी है। उन्होंने इस पुरे झड़प का दोषी महंगाई और बेरोजगारी को बताया है। उन्होंने कहा है की सभी की आमदनी घट रही है और महंगाई बढ़ रही है. लोग काफी फ़्रस्ट्रेशन में है. इसलिए इस तरह की हिंसक वारदाते हो रही है। मंत्री ने केंद्र सरकार को अपराध के लिए अजिम्मेदार ठहराया है.
दरअसल राजधानी पटना के नदी थाना के जेठूली गांव में गोलीबारी हुई है। गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई है। जबकि अन्य तीन लोग बुरी तरह से जख्मी हैं। जिन्हें NMCH से PMCH रेफर कर दिया गया है। सभी घायलों की स्थिति नाजुक बताई जा रही है। मृतकों के परिजन संजीत कुमार ने बताया कि हमारा किसी से भी कोई परेशानी नहीं था लेकिन तब भी हमारे साथ ऐसा हुआ है और मेरे भतीजे को गोली मार दी गयी. आगे उन्होंने बताया की मेरे भतीजे को गोली मारने के बाद भी बेदर्दी से पिता गया है. ऐसे कोई बिहार में कैसे रहे जहा पुलिस हो और फिर भी किसी प्रकार का बचाओ नहीं किया जाये । बता दे यह पूरा मामला पार्किंग को लेकर है। उन्होंने बताया कि उनका भतीजा अपने निजी जमीन में गाड़ी लगा रहा था। तभी गांव के दबंग उमेश राय, बच्चा राय अपने लोगों के साथ आ धमके और विवाद करने लगे। जिसकी शिकायत थाने में भी की गई थी।
उन्होंने आगे बताया कि जब हमले हो रहे थे, उस वक्त 112 समेत थाने के अन्य पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। लेकिन दबंगों को गोलीबारी करने से नहीं रोक पाए। देखते ही देखते उमेश राय, बच्चा राय के साथियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें मेरे भतीजे गौतम कुमार ( 22 वर्ष ) की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। जबकि रौशन कुमार ( 18 वर्ष ) की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई। जबकि मेरे तीन परिजनों चनारिक राय ( 45 वर्ष ) मोनारिक राय ( 48 वर्ष ) नागेंद्र राय ( 35 वर्ष ) की स्थिति नाजुक बनी हुई है।
मौके पर मौजूद लोग गुस्से से आग बबूले हो उठे थे और राय परिवार के घर में घुस काफी तोड़ फूड भी की।
पुलिस की टीम लोगो की भीड़ को शांत करने पहुंची तोह भड़के भीड़ ने उन पर ही पथराव शुरू कर दिया। और देखते देखते बात आगे बढ़ गयी जिससे अब मंत्री लोगो का भी ध्यान इधर की ओर जा रहा है। अब सभी एक दूसरे की तरफ सवाल उठाते नज़र आ रहे है.