दिल्ली विधानसभा में स्थाई समिति का चुनाव हंगामे से भरा रहा। हाथापाई और कागज़ी गोले रोक रोक कर चलते रहें। और छठी बार हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।

मौका था दिल्ली नगर निगम में स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव का जब हाथ से निकलते हंगामे को शांत करने के लिए एडिशनल DCP शशांक जायेश्वाल को आना परे। सदन में हाथापाई और बोतले फेंकी गईं और आज सवेरे तक सदन में कागज़ के गोले घूमते रहे। महीला पर्षद भी आपस में भीरती रही है।

मेयर बोली मुझे मारने की गयी कोशिस

बता दे आज कल ये कोई नई बात नही है। इससे पहले भी मेयर, डिप्टी मेयर का चुनाव होने के बाद बुधवार रात स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव हंगामे के कारण फंसा रहा। और ऐसे में सब के अपने अपने वचन सामने आते है और सदन दिन रात यूंही काम कर रही है। मेयर का कहना है की भाजपा पार्षदों ने उन पर हमला किया था। तो वही आप के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि चुनाव हुए बेगैर सत्र खत्म नही होगा। नतीजा यह है है की सदन लगातर कई दिनों तक चलाता रहा। वही, रात करीब एक बजे आप के पार्षद सदन से निकल गए, लेकिन भाजपा के पार्षद बैठकर मेयर का इंतजार करते रहें।

लगे जय बजरंगबली के नारे सदन में

दरअसल डिप्टी मेयर और मेयर के चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। लेकिन इसके बाद स्टैंडिंग कमिटी के चुनाव से पहले मेयर ने एक घंटे के लिऐ सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दी। इस दौरान पार्षदों ने सदन में ही हनुमान चालीसा का पाठ शुरु कर दिया। इतना ही नही देशभक्ति के गाने भी गाए गए। और जय श्री राम, जय बजरंग बली के जयकारे लगाए गए। जब मेयर लौटी तो उनका कहना है की बीजेपी पार्षदों ने उन पर हमला करने की कोशिश की! बीजेपी की गुंडागर्दी कि यह हद है की वे एक महीला मेयर पर हमला करने की कोशिश कर रहे है। वही CM केजरीवाल ने मेयर पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा की वह इस प्रकरण को लेकर हैरान है।

वहीं भाजपा पार्षद अर्जुन पाल सिंह ने कहा कि बैलट वोटिंग के दौरान फोन की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए लेकिन फोन की अनुमति थी और हमने इसका विरोध किया। मेयर ने इसे स्वीकार कर लिया, हमारी मांग है कि जब 50 लोग पहले ही मतदान कर चुके हैं और फोटो खिंच चुकी है तो मतदान फिर से शुरू किया जाए। विरोध करने पर हमें धमकाया गया और हमला किया गया।