केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने जोखिम आधारित दृष्टिकोण के अनुसार राज्य औषधि नियंत्रण प्रशासन के साथ चिन्हित दवा निर्माण इकाइयों का संयुक्त निरीक्षण करना शुरू कर दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया के निर्देशन में इसकी शुरुआत की गई। मानक संचालन प्रक्रियाओं के अनुसार पूरे देश में संयुक्त निरीक्षण किए जा रहे हैं। सीडीएससीओ मुख्यालय में दो संयुक्त औषधि नियंत्रकों की एक समिति गठित की गई है जो निरीक्षण, रिपोर्टिंग और बाद की कार्रवाई की प्रक्रिया की निगरानी करेगी ताकि औषधि और प्रसाधन अधिनियम, 1940 और उसके नियमों का अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि यह देश में निर्मित दवाओं के संबंध में गुणवत्ता अनुपालन के उच्च मानकों को सुनिश्चित करेगा। मानक गुणवत्ता वाली दवाओं के निर्माण के जोखिम की पहचान करने वाली विनिर्माण इकाइयों के राष्ट्रव्यापी निरीक्षण के लिए एक कार्य योजना निरीक्षण करने से पहले बनाई गई थी। दवा विनियमन का उद्देश्य देश में उपलब्ध दवाओं की सुरक्षा, प्रभावकारिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करना है। दवा नियंत्रण प्रशासन को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि निर्माण इकाइयाँ औषधि और प्रसाधन अधिनियम का अनुपालन करती हैं, विशेष रूप से अच्छी विनिर्माण प्रथाओं की आवश्यकताओं के लिए।