चौथे कृषि रोड मैप के लॉन्च का और पूरे राज्य से पटना के बापू सभागार में एकत्र हुए किसानों के साथ परामर्श कार्यक्रम के दौरान एक ऐसी चर्चा हुई जिसके लिए कोई भी तैयार नहीं थे। खास तौर पर लखीसराय के किसान अमित कुमार जिन्हे बढ़ी मंच पर मुख्यमंत्री नितीश कुमार से माफ़ी मांगनी पर गयी। नितीश कुमार तब नाराज़ हो गए जब अमित कुमार अपने भाषण में कुछ शब्द अंग्रेजी के बोल देते है। बस 4 मिनट के अंदर ही मुख्यमंत्री नितीश कुमार गुस्सा हो उठे और बोले। ” ये इंग्लैंड है जी, भारत है न, हिंदी बोलने में क्या दिक्कत है ” .
दरअसल मौका था पूरे राज्य से पटना के बापू सभागार में एकत्र हुए किसानों के साथ परामर्श कार्यक्रम का। श्री अमित सूची में चौथे किसान थे जो मंच पर आए और सभी का स्वागत करते हुए अपने भाषण की शुरुआत की। और वह अंग्रेजी और हिंदी दोनों में बेहतर खेती के सुझाऊ दे रहे थे। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव और कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत भी मौजूद थे। तभी जब श्री अमित ने अंग्रेजी के शब्द जैसे फूड प्रोडक्शन, कंजम्पशन, इंसेंटिव और संभावित समाधान जैसे अंग्रेजी शब्दों का इस्तेमाल किया है। उन्होंने यह भी साझा किया कि बिहार में कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी (एटीएमए) से प्रशिक्षण के कारण उन्हें कैसे लाभ मिला।
अंग्रेजी सुन भड़के नितीश
इतने में कुछ समय में नितीश कुमार ने बीच में ही उन्हें टोक दिया और कहा, “यह क्या है? क्या आप नहीं जानते कि यह बिहार है? आप जो कुछ भी बोल रहे हैं, आप अंग्रेजी के शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। आप क्या कर रहे हैं? आप अपने राज्य और देश की हिंदी भाषा को कैसे भूल सकते हैं? मैं वास्तव में हैरान हूं। आप एक किसान हैं और खेती आम आदमी करता है। आपको सुझाव देने के लिए बुलाया गया है और आप अंग्रेजी में बोल रहे हैं। क्या यह इंग्लैंड है? यह भारत है और आप बिहार में हैं। लाज़मी है तुरंत ही श्री अमित ने फिर माफ़ी माँगा और अपने बाकी के 10 मिनट के भाषण को हिंदी में ही बोले। इतना ही नहीं इसके बाद बाकि के मौजूद वक्ता ने एक भी अंग्रेजी शब्द का प्रयोग नहीं किया।
नितीश ने सिखाई हिंदी की पाठ
श्री नीतीश फिर से अपने आप को नियंत्रित नहीं कर सके और कहा, “देखो उन्होंने क्या कहा, प्रदान किया जाए, उपलब्ध नहीं किया जाए। क्या आप लोग जानते हैं कि मैंने इंजीनियरिंग की है और अपनी पढ़ाई अंग्रेजी में ही पूरी की है? यह अलग बात है कि जब आपसे सीखने और सिखाने की अपेक्षा की जाती है। जब आप अपनों के साथ हैं और अपने राज्य में हैं तो यहां अंग्रेजी बोलने की क्या जरूरत है? मैं देख रहा हूं कि जीविका दीदी भी अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग कर रही है। क्या अंग्रेजी दुनिया की एकमात्र भाषा है? इस भाषा ने भारत पर शासन किया।”
और कुछ इस प्रकार रहा हिंदी अंग्रेजी का यह कार्यक्रम। बता दे श्री अमित कुमार ने डिग्री हाशिल कर रखी है और पिछले 10 वर्षो से पुणे में काम कर रहे थे। लेकिन कोविद में घर से काम की सलाह के बाद वोगाव से ही काम करने लगे और पुणे नहीं लौटे। फ़िलहाल मशरूम की खेती को वो बिहार में बढ़ा रहे है।