इटली में भीषण गर्मी और लू के कारण देश बुरी तरह से प्रभावित है। इटली में लू और सूखे की स्थिति को देखते हुए सरकार ने आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है। यह आपातकाल की स्थिति कम से कम वर्ष के अंत तक लागू रहेगी। कृषि संघ कोल्डिरेट्टी (Agricultural Union Coldiretti) के अनुसार, इस सूखे से इटली के 30% से अधिक कृषि उत्पाद को खतरा है।
इटली के उत्तर क्षेत्र और पो नदी के आसपास के क्षेत्र सबसे ज्यादा सूखा का सामना कर रहे हैं। पो इटली की सबसे लंबी नदी है, जो 650 किमी (404 मील) से अधिक पूर्व की ओर बहती है। पो घाटी के किसानों का कहना है कि खारा समुद्री जल अब नदी में रिस रहा है, जिससे फसलें नष्ट हो रही हैं। यह क्षेत्र देश के कृषि उत्पादन का लगभग एक तिहाई हिस्सा है और 70 वर्षों में सबसे खराब सूखे का सामना कर रहा है।
सरकार ने एक बयान में कहा कि आपातकालीन उपायों में पो और पूर्वी आल्प्स के जल घाटियों की सीमा वाली भूमि शामिल होगी। सरकार ने पानी की कमी से निपटने के लिए पांच उत्तरी क्षेत्रों- एमिलिया-रोमाग्ना (Emilia-Romagna), फ्रीुली वेनेज़िया गिउलिया (Friuli Venezia Giulia), लोम्बार्डी (Lombardy), पीडमोंट (Piedmont) और वेनेटो (Veneto) के लिए कुल 36.5 मिलियन यूरो (38.1 मिलियन अमेरिकी डॉलर) निर्धारित किए हैं।