90s के समय में हर कंप्यूटर में माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) का पॉपुलर वेब ब्राउंज़र इंटरनेट एक्सप्लोरर (Internet Explorer) को ही पाया जाता था, और यही वजह है कि लोगों की इससे कई सारी यादें जुड़ी हुई हैं। इंटरनेट एक्सप्लोरर आज यानी 15 जून से बंद होने जा रहा है, जिससे कई लोग निराश हैं। आज इंटरनेट पर इस प्लेटफ़ॉर्म के लिए अंतिम दिन है। यह वेब ब्राउजर आज के ब्राउजर के सामने टिक नहीं पाया, नतीजन इसको पांच फीसदी लोग ही आज इस्तेमाल करते हैं, जिसके कारण इसे बंद करने का फैसला लिया गया।
माइक्रोसॉफ्ट ने बताया कि इंटरनेट एक्सप्लोरर इस्तेमाल करने वाले यूज़र्स को अब सभी सुविधाएं क्रोमियम आधारित माइक्रोसॉफ्ट एज (Microsoft Edge) पर मिलेंगी, और ये काफी तेज़ और ज़्यादा सिक्योर हैं। यह विंडोज और मैकओएस सभी को सपोर्ट करता है। इसे डाउनलोड करके लिगेसी वर्जन को रिप्लेस किया जा सकता है। इसमें इनबिल्ट प्राइवेसी और सिक्योरिटी मिलेगी।
इंटरनेट एक्सप्लोरर ने 27 साल पहले 1995 में पीसी के लिए विंडोज 95 ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ बंडल किए गए वेब ब्राउज़र के रूप में अपनी शुरुआत की थी। शुरू में, यूजर्स को ब्राउज़र प्राप्त करने के लिए भुगतान करने के लिए कहा गया था लेकिन बाद में इसे फ्री कर दिया गया। इस ब्राउजर के आने के बाद लोगों का वेबसाइट पर काम करना आसान हो गया जिसके कारण लोगों में इसकी लोकप्रियता बढ़ती चली गई। 2003 तक माइक्रोसॉफ्ट का यह वेब ब्राउजर टॉप पर था।