साल 2021 का वैश्विक भुखमरी सूचकांक (Global Hunger Index) जारी हो चुका है। भारत में भुखमरी का स्तर ‘चिंताजनक’ है। भारत 116 देशों के वैश्विक भुखमरी सूचकांक 2021 में फिसलकर 101वें स्थान पर आ गया है। इस GHI को आयरिश सहायता एजेंसी Concern Worldwide और जर्मन आर्गेनाइजेशन Welt Hunger Hilfe ने तैयार किया है। भारत में बच्चों में खाना बर्बादी का हिस्सा 1998-2002 के बीच 17.1 प्रतिशत से बढ़कर 2016-2020 के बीच 17.3 प्रतिशत हो गया।
The new Global Hunger Index #GHI2021 points to a dire hunger situation in the world. At least 47 countries will not achieve #SDG2 #ZeroHunger by 2030. The report by @concern and @welthungerhilfe shows where the situation is particularly dramatic. https://t.co/asRGvrfhoH pic.twitter.com/HrmUumNaOF
— Welthungerhilfe (@Welthungerhilfe) October 14, 2021
इस मामले में भारत अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान (92), बांग्लादेश (76) और नेपाल (76) से भी पीछे है। इन देशों की स्थिति भी चिंताजनक है लेकिन भारत की तुलना में अपने नागरिकों को भोजन उपलब्ध कराने को लेकर बेहतर प्रदर्शन किया है। साल 2020 में भारत 107 देशों में 94वें स्थान पर था और आज यह 116 देशों में 101वें स्थान पर आ गया है। भारत का GHI स्कोर भी नीचे गिर गया है। यह साल 2000 में 38.8 था, जो 2012 और 2021 के बीच 28.8 – 27.5 के बीच रहा।
GHI टेबल के टॉप पर चीन, ब्राजील और कुवैत सहित अठारह देश हैं, जिनका GHI स्कोर पांच से कम है। GHI स्कोर का कैलकुलेशन चार इंडिकेटर पर किया जाता है – Undernourishment; Child Wasting (पांच साल से कम उम्र के बच्चों का हिस्सा, जिनका वजन उनकी ऊंचाई के लिए कम है, तीव्र कुपोषण को दर्शाता है); Child Stunting (पांच वर्ष से कम आयु के बच्चे जिनकी लंबाई उनकी आयु के अनुसार कम है, जो दीर्घकालिक अल्पपोषण को दर्शाता है); Child Mortality (पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर)।
JEE Advanced result 2021 : जारी हुआ JEE Advanced का रिजल्ट, ऐसे करें अपना रिजल्ट चेक