महात्मा गांधी ने एक बार कहा था कि “पृथ्वी हर आदमी की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त प्रदान करती है, लेकिन हर आदमी के लालच को नहीं।” इसका मतलब है कि पृथ्वी के पास पूरी मानवता को सहारा देने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं, लेकिन ये हम सभी के बढ़ते लालच और एक शानदार जीवन शैली का समर्थन नहीं कर सकता है। मानव ने अपने सुविधा के लिए कई सारी चीजों का अविष्कार और खोज किया है। ये मानव के जीवनशैली के लिए आरामदायक तो है पर कहीं न कहीं ये प्रकृति को नुकसान पहुंचा रही है, जिसका असर हमें प्राकृतिक आपदाओं के रूप में देखने को मिलता है।
हर साल, प्राकृतिक और मानव निर्मित खतरों के कारण होने वाली आपदाएँ दुनिया भर के लोगों के जीवन को प्रभावित करती हैं। दुनिया में हर साल प्राकृतिक आपदाओं के आंकड़े बेहद बढ़ते जा रहे हैं इसी के मद्देनजर विश्वभर में 13 अक्टूबर को International Day for Disaster Reduction यानी की “अंतरराष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस” मनाया जाता है। यह दिवस आपदा रहित समाज का निर्माण करने के लिए नागरिकों तथा सरकार को प्रोत्साहित करता है। इसका मुख्य उद्देश्य है आपदा जोखिम को कम करना और सुरक्षित समुदाय बनाना।
इस दिन से जुड़ी कुछ खास बातें
• ये दिवस पहली बार वर्ष 1989 में मनाया गया था और फिर प्रत्येक वर्ष के अक्टूबर माह के दूसरे बुधवार को मनाया जाने लगा। इस दिन को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) द्वारा जोखिम-जागरूकता और आपदा में कमी की वैश्विक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एक दिन के आह्वान के बाद अपनाया गया था।
• बाद में 21 दिसम्बर 2009 को संयुक्त राष्ट्र ने प्रत्येक वर्ष 13 अक्टूबर को इस दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की।
• इस दिन को वैश्विक स्तर पर जोखिम-जागरूकता और आपदा में कमी की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है, साथ ही यह पहचानने के लिए कि कैसे दुनिया भर में लोग और समुदाय आपदाओं के प्रति अपनी संवेदनशीलता को कम कर रहे हैं और उन जोखिमों को कम करने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ा रहे हैं जिनका वे सामना करते हैं।
• 2015 में, जापान के सेंडाई में Disaster Risk Reduction पर तीसरे संयुक्त राष्ट्र विश्व सम्मेलन में, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को याद दिलाया गया था कि स्थानीय स्तर पर आपदाएँ सबसे कठिन होती हैं, जिसमें जानमाल की हानि और महान सामाजिक और आर्थिक उथल-पुथल की संभावना होती है।
• सेंडाई को 2011 में विनाशकारी भूकंप और सूनामी का सामना करना पड़ा जिसमें 20,000 लोगों की जान चली गई।
• यह दिन आपदा जोखिम न्यूनीकरण 2015-30 के लिए सेंडाई फ्रेमवर्क के अनुसार आपदा जोखिम को कम करने और जीवन, आजीविका और स्वास्थ्य के नुकसान में हुई प्रगति को भी मान्यता देता है।
• Sendai Seven अभियान को UNDRR ने शुरू किया था, इसमें भूकंप, सुनामी, बाढ़, बिजली गिरना जैसे आपदाओं से निपटने यानि आपदाओं के नुकसान को कम करने के लिए 7 लक्ष्यों का फ्रेमवर्क तैयार किया गया।
• इस वर्ष, International Day for Disaster Reduction का थीम “International cooperation for developing countries to reduce their disaster risk and disaster losses” है। यह भारी आपदाओं को रोकने के लिए जलवायु परिवर्तन की दिशा में वास्तविक करवाई के महत्व पर प्रकाश डालता है।