parker solar probe

अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) ने सूरज को छूकर इतिहास रच दिया है। दरअसल, नासा के अंतरिक्ष यान पार्कर सोलर प्रोब (Parker Solar Probe) ने सूरज के कोरोना को छुआ है। ये कोरोना, सूरज के वायुमंडल की सबसे बाहरी परत होती है, जहां मजबूत चुंबकीय क्षेत्र प्लाज्मा को बांधते हैं और सौर हवाओं को बाहर निकलने से रोकते हैं। इसका वातावरण करीब 20 लाख डिग्री फारेनहाइट तक रहता है। ये एक ऐसी उपलब्धि है, जिसे असंभव माना जाता था।

इस पार्कर सोलर प्रोब ने 28 अप्रैल को सूरज के कोरोना में सफलतापूर्वक प्रवेश किया और उड़ान भरी। इस पहुंच से, सूरज जिस चीज से बना है, उसे छूने से वैज्ञानिकों को हमारे निकटतम तारे और सौर मंडल पर इसके प्रभाव के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी को उजागर करने में मदद मिलेगी। इस जीत ने सूरज के बारे में सदियों पुराने रहस्यों को सुलझाने की उम्मीद जगा दी है।

पार्कर ऐसे-ऐसे नई खोज कर रहा है जो अन्य अंतरिक्षयान देखने के लिए बहुत दूर थे। 2019 में, पार्कर ने पाया कि सौर हवा में चुंबकीय ज़िग-ज़ैग स्ट्रक्चर, जिन्हें स्विचबैक कहा जाता है, और जो सूर्य के बहुत करीब हैं, लेकिन वे कैसे और कहां बनते हैं यह एक रहस्य बना हुआ है। ऐसा माना जा रहा है की पार्कर अभी आगे भी लगातार सूरज के नजदीक जाता रहेगा और साल 2025 में उसकी कक्षा में प्रवेश करेगा।