Tesla ने दुनियाभर में अपनी पोजिशन को बहुत मजबूत कर लिया है, जो एक अमेरिकी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता है। Elon Musk आए दिन किसी ना किसी वजह से चर्चा में बने रहते हैं। फिलहाल, टेस्ला (Tesla) कंपनी की भारत में एंट्री को लेकर भी कई सारे कयास लगाए जा रहे हैं। टेस्ला (Tesla) अपनी इलेक्ट्रिक कारों को बेहतर से बेहतरीन बनाने के लिए लगातार इनके साथ नए-नए फीचर्स देती रहती है। और इस बार जो फीचर कार के साथ जोड़ा गया है वो काफी दिलचस्प है।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि, कार का कलराइजर कैसे काम करता है ? टेस्ला की कारों में मिले कार कलराइजर के जरिए यूजर इंफोटेनमेंट स्क्रीन पर अपना मनचाहा रंग चुन सकते हैं। इसके बाद जब भी ड्राइवर बाकी फीचर्स या नेविगेशन का इस्तेमाल करता है तो उसे चुने गए रंग में ये सारी जानकारी मिलती है। इंफोटेनमेंट स्क्रीन के बदले हुए रंग को अपनी मर्जी के हिसाब से लंबे समय तक के लिए सेव किया जा सकता है। इस रंग को पलक झपकते ही एक कलर व्हील की मदद से बहुत सारे रंगों में बदला जा सकता है।
बता दें कि, टेस्ला ऐप की मदद से भी आप इस फीचर का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये फीचर आपको सिर्फ केबिन में टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम के लिए दिया गया है। इस फीचर की मदद से आप कार के बाहरी हिस्से का रंग नहीं बदल सकते हैं। हालांकि मार्केट में ऐसी कार BMW ने लॉन्च की है जो अपना रंग बदल लेती है। कंपनी की आईएक्स एम60 फ्लो एक इलेक्ट्रिक कार है जो गिरगिट की तरह ड्राइवर का मनचाहा रंग बदलती है।
इस कार की बाहरी सतह पर ई-इंक की कोटिंग की गई है जो करोड़ों माइक्रो कैप्सूल के जरिए अपना रंग बदलती है। एक बटन दबाते ही इस कार के ये माइक्रोकैप्सूल अपना रंग बदल लेते हैं।