सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान प्रमुखता से उभरे वामपंथी सहस्राब्दी चिली के अगले राष्ट्रपति चुने गए। दरअसल, चिली में वामपंथी गेब्रियल बोरिक (Gabriel Boric) ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज की। अब वो चिली के सबसे कम उम्र के राष्ट्रपति बनेंगे। गेब्रियल बोरिक को 56 प्रतिशत वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी, सांसद जोस एंटोनियो कास्ट (José Antonio Kast) को 44 प्रतिशत वोट मिले।
मार्च में पदभार ग्रहण करने पर वह चिली के सबसे युवा राष्ट्रपति बन जाएंगे। समर्थकों की भीड़ के बीच, बोरिक एक बैरिकेड के ऊपर मंच पर पहुंचे, जहां उन्होंने स्वदेशी मापुचे भाषा में हजारों युवा समर्थकों के लिए एक उत्साहजनक विजय भाषण की शुरुआत की। गेब्रियल ने अपने असंभव अभियान को शुरू करने वाले प्रगतिशील पदों पर प्रकाश डाला, जिसमें चिली में एक प्रस्तावित खनन परियोजना को अवरुद्ध करके जलवायु परिवर्तन से लड़ने का वादा भी शामिल है।
उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के लिए प्रमुख विरोध प्रदर्शनों के बाद 2014 में कांग्रेस के लिए चुने गए कई कार्यकर्ताओं में बोरिक भी शामिल थे। स्टंप पर, उन्होंने पिनोशे द्वारा छोड़े गए नवउदारवादी आर्थिक मॉडल को “दफनाने” और सामाजिक सेवाओं का विस्तार करने, असमानता से लड़ने और पर्यावरण की सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए “सुपर रिच” पर टैक्स बढ़ाने की कसम खाई थी।