हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की 68 विधानसभा सीटों के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज सुबह आठ बजे मतदान शुरू हो गया। आज शाम 5 बजे तक वोट डालने वाले कुल 55,92,828 मतदाता 412 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे जो मैदान में हैं। मतदाताओं की कुल संख्या में से 27,37,845 महिलाएं, 28,54,945 पुरुष और 38 तीसरे लिंग के थे। इस बार महिला उम्मीदवारों का प्रतिनिधित्व 24 है।
सत्ता की यह लड़ाई राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी और कांग्रेस के बीच है। बीजेपी 1982 के बाद से हर पांच साल में सत्ता में आने वाली वैकल्पिक पार्टी की प्रवृत्ति को छोड़कर सत्ता को बनाए रखना चाहती है। वहीं, आम आदमी पार्टी राज्य में अपनी छाप छोड़ने की कतार में है और इस तरह अकेले सभी 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इन तीनों दलों के अलावा बहुजन समाज पार्टी (बसपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) और राष्ट्रीय देवभूमि पार्टी (आरडीपी) जैसी पार्टियां मैदान में हैं।
प्रमुख मुकाबलों में सेराज शामिल है जहां मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कांग्रेस के चेतराम ठाकुर और आप उम्मीदवार गीता नंद ठाकुर के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। महिंदर राणा CPI-M के उम्मीदवार हैं। कांग्रेस के राज्य प्रमुख मुकेश अग्निहोत्री ऊना जिले के हरोली विधानसभा क्षेत्र से अपना पांचवां चुनाव लड़ रहे हैं, जहां भाजपा ने रामकुमार को मैदान में उतारा है और आप ने रविंदर पाल सिंह मान को मैदान में उतारा है।
हमीरपुर में भाजपा के नरिंदर ठाकुर कांग्रेस के पुष्पेंद्र वर्मा और आप के सुशील कुमार सरोच के खिलाफ प्रमुख चुनौती हैं। कांग्रेस ने शिमला ग्रामीण से पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह को भाजपा के रवि मेहता और आप के प्रेम ठाकुर के खिलाफ मैदान में उतारा है। मंडी में मुकाबला भाजपा प्रत्याशी अनिल शर्मा और कांग्रेस की चंपा ठाकुर के बीच है। आप ने श्याम लाल को मैदान में उतारा है।
चुनाव आयोग के अनुसार, आज के मतदान के लिए कुल 7,881 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। कांगड़ा जिले में सबसे अधिक 1,625 मतदान केंद्र हैं जबकि लाहौल-स्पीति जिले में सबसे कम 92 मतदान केंद्र हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में 7,235 मतदान केंद्र और शहरी क्षेत्रों में 646 मतदान केंद्र हैं। इसके अलावा सिद्धबाड़ी (धर्मशाला), बड़ा भंगाल (बैजनाथ) और ढिल्लों (कसौली) में तीन सहायक मतदान केंद्र भी बनाए गए हैं।