कोरोना से हुई मौत के मामले में सितंबर से भारत तीसरे स्थान पर रहा, पहले स्थान पर अमेरिका और दूसरे स्थान पर ब्राजील रहा। worldometers के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना से सबसे ज्यादा मौते हुई हैं, अमेरिका में 4,47,459 मरीजों की जान गई है, जिसके बाद ब्राजील में 2,22,775 लोगों ने कोरोना वायरस के सामने अपना दम तोड़ा है।आज ही के दिन एक साल पहले भारत के केरल राज्य में कोरोना वायरस का सबसे पहला मामला दर्ज किया गया था। चीन की वुहान यूूनिवर्सिटी से एक भारतीय छात्र भारत वापस लौटा था, जिसमें कोरोना वायरस की पुष्टि की गई थी.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के दल ने शुक्रवार को वुहान के उस अस्पताल का दौरा किया, जहां चीन के मुताबिक एक वर्ष पहले कोविड-19 के पहले मरीज का उपचार किया गया था. दल कोरोना वायरस की उत्पत्ति के बारे में तथ्यों का पता लगाने के अभियान पर यहां आया है. अस्पताल के दौरे से पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन के दल के सदस्यों ने चीन के अधिकारियों से व्यक्तिगत मुलाकात की. यह दल आगामी दिनों में वुहान में कई स्थानों का दौरा करेगा. हॉलैंड की वायरोलॉजिस्ट मारियन कूपमान्स ने ट्वीट किया, ‘‘अपने सहयोगियों के साथ मुलाकात की.’’ चीन आने के बाद से 14 दिन के लिए यह दल क्वारंटीन में था, गुरुवार को उनकी क्वारंटीन अवधि समाप्त हुई.

चीन के मुताबिक, कोरोना वायरस के पहले मरीज का इलाज ‘हुबेई प्रॉवेंशियल हॉस्पिटल ऑफ इंटिग्रेटेड चाइनीज एंड वेस्टर्न मेडिसीन’ में हुआ. यहां कोविड-19 का पहला मामला 27 दिसंबर 2019 को सामने आया था. डब्लूएचओ ने पहले कहा था कि दल ने इस महामारी से संबंधित विस्तृत डेटा मांगा है और वह कोविड-19 के शुरुआती मरीजों और उनका इलाज करने वालों से भी मुलाकात करेगा. हुनान सीफूड मार्केट, वुहान इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी और वुहान सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल की लैब्स जैसे स्थानों पर भी जाएगा.