narendra modi

मानवाधिकार हर व्यक्ति का प्राकृतिक अधिकार है। इसके रखवाली के लिए भारत में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की स्थापना की गयी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 28वें राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (National Human Rights Foundation Day) के स्थापना दिवस कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित किया।

प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “मानवाधिकारों और हाशिए के लोगों की गरिमा की रक्षा करने में NHRC हमारे देश में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आज़ादी के लिए हमारा आंदोलन और हमारा इतिहास मानवाधिकारों की प्रेरणा का तथा मानवाधिकार के मूल्यों का बहुत बड़ा स्रोत है।” यह आयोग किसी भी प्रकार के मानवाधिकारों के उल्लंघन का संज्ञान लेता है, पूछताछ करता है और मानवाधिकारों के उल्लंघन के मामलों में पीड़ितों को मुआवजे के भुगतान के लिए सार्वजनिक अधिकारियों को सिफारिश करता है।

National Human Rights Commission (NHRC) की स्थापना 12 अक्टूबर 1993 को हुई थी। इसकी स्थापना मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम, 1993 के अन्तर्गत की गयी। यह न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी मानवाधिकार साक्षरता के क्षेत्र में सभी स्टेकहोल्डर्स के प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए जनता के बीच मानवाधिकार जागरूकता फैलाने और सभी स्टेकहोल्डर्स के प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए जिम्मेदार है। मानव अधिकारों के दृष्टिकोण से जागरूकता बढ़ाने के लिए NHRC, भारत दुनिया के अन्य राष्ट्रीय मानवाधिकार संस्थानों (NHRI) के साथ समन्वय करने में सक्रिय भूमिका निभाता है।