भले ये साल लोगों के लिए अच्छा नहीं रहा लेकिन लेकिन एक माँ है जिसके लिए ये साल बेहद ख़ास रहा। साथ ही उन औरतों के लिए जो अपने अस्तित्व के लिए लड़ती है। नि-र्भ-या के’स के दो-षि-यों को फांसी हो चुकी है . लेकिन वो दर्द शायद आज भी नहीं गया। इस खबर को सुनकर जहाँ लोग खुश हुए वहीँ साल 2012 में इसी 16 दिसंबर को जब टीवी पर यह खबर आए थी तो पूरा देश सहम गया था।
उसके बाद दो-षि-यों को पकड़ा गया , और एक लम्बी लड़ाई के बाद उन्हें फांसी दी गई . आपको बता दें कि दो-षी मुकेश वही है जो बीबीसी के 2015 में एक डॉक्यूमेंट्री में भी दिखा गया था और उसने पूरी दुनिया के सामने अपने विचार रखे थे. मुकेश ने उस डॉक्यूमेंट्री में जो भी बातें कही थीं वो उसकी सोच सामने लाती है. चालिए आपको बताते है कि तब मुकेश ने क्या कहा था…
मुकेश ने बीबीसी 4 से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए कहा कि बला-त्कार के लिए पुरुषों से ज्यादा महि-लाएं जिम्मेदार हैं. मुकेश से बातचीत और उसके वकीलों की राय बीबीसी 4 पर दिखाई जाने वाली एक डॉक्यूमेंट्री- ‘इंडियाज डॉटर’ यानि ‘भारत की बेटी’ का हि-स्सा हैं जो ब्रितानी फिल्मकार लेसली उडविन ने तैयार की थीं.
आपको बता दें कि दिसंबर 2012 की रात को ‘नि-र्भ-या’ अपने एक पु-रुष दोस्त के साथ घर लौटते वक्त एक बस पर सवार हुई थी. बस में नि-र्भ-या से हुई छेड़-छाड़ का विरोध करने पर उसके दोस्त को बे-रह-मी से पी-टा गया था और बस के पिछले सीट पर नि-र्भ-या के साथ सा-मूहिक दु-ष्क-र्म किया गया था. इस सब को लेकर मुकेश सिंह ने डॉक्यूमेंट्री में कहा था कि- ‘शालीन महि-लाओं को रात में नौ बजे के बाद घर से बाहर नहीं घूमना चाहिए। दु-ष्क-र्म के लिए लड़की हमेशा लड़के से ज्यादा जिम्मेदार होती है। लड़का और लड़की बराबर नहीं हैं। लड़की को घर का काम करना चाहिए, न कि रात को डिस्को या बार में जाकर गलत काम करने और खराब कपड़े पहनने चाहिए।’
‘नि-र्भ-या’ के साथ हुई हिं-सा पर मुकेश ने कहा था- ‘दु-ष्क-र्म के वक्त उसे (नि-र्भ-या को) विरो-ध नहीं करना चाहिए था। उसे चुपचाप दु-ष्क-र्म होने देना चाहिए था। अगर ऐसा होता तो हम उसे बिना कोई नुकसान पहुंचाए छोड़ देते, और सिर्फ उसके दोस्त की पिटाई की जाती।’ वहीं फां-सी की सजा पर मुकेश ने कहा था, ‘मौ-त की सजा से लड़-कियों के लिए ख-त-रा बढ़ जाएगा. अब अगर कोई रे-प करेगा तो वह लड़की को (जी-वित) नहीं छोड़ेगा, जैसा हमने किया। वो उसे जा-न से मा-र देगा।’