जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने भारत के 14वें उपराष्ट्रपति (Vice President) के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) ने उन्हें दिल्ली में राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) में उपराष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। उपराष्ट्रपति राज्यसभा का पदेन सभापति भी होता है। समारोह में मौजूद गणमान्य व्यक्तियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और धनखड़ के पूर्ववर्ती एम वेंकैया नायडू भी शामिल थे।
धनखड़ को 6 अगस्त को विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा (Margaret Alva) को हराकर उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया था। 7 अगस्त को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे ने संयुक्त रूप से ‘भारत के अगले उपराष्ट्रपति के रूप में जगदीप धनखड़ के चुनाव के सर्टिफिकेशन’ पर हस्ताक्षर किए। भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए उम्मीदवार ने अल्वा के 182 के मुकाबले 528 वोटों के साथ आराम से चुनाव जीता।
धनखड़ को 74.36 प्रतिशत हासिल हुआ। 1997 के बाद से हुए पिछले छह उप-राष्ट्रपति चुनावों में उनके पास सबसे अधिक जीत का अंतर है। कुल 780 मतदाताओं ने, 725 ने अपने मत डाले लेकिन 15 मत अवैध पाए गए। धनखड़ ने 1990 में संसदीय मामलों के राज्य मंत्री के रूप में भी कार्य किया। उनकी राजनीति शुरू में पूर्व उप प्रधानमंत्री देवी लाल से प्रभावित थी। धनखड़ को 2019 में पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया था।